शामली। रोज जाम से जूझ रहे शामली शहर के लोगों के लिए राहत की बडी खबर है। शहर को जल्द ही बडी सौगात मिलने वाली है, जिसके बाद लोगां को जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
मेरठ- करनाल हाईवे का शहरी क्षेत्र एनएचएआई बागपत की ओर से लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड को हस्तांतरित होने के बाद शहर के बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक पर ओवर ब्रिज बनने की उम्मीद जग गई है।
हालांकि, शहर के बुढ़ाना रोड पर रेलवे का ओवर ब्रिज स्वीकृत हो चुका है। रेलवे बजट में ओवरब्रिज के लिए धनराशि भी स्वीकृत हो चुकी है। प्रशासन सात साल पूर्व ओवर ब्रिज की कार्ययोजना बनाकर शासन को भेज चुका है। किंतु मेरठ करनाल हाईवे एनएचएआई बागपत इकाई को हस्तांतरित होने के बाद कार्ययोजना ठंडे बस्ते में चली गई थी।
चार माह पूर्व लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता सनत गुप्त ऋषि और उत्तर प्रदेश सेतु निगम सहारनपुर की टीम ने बागपत एनएचएआई के परियोजना निदेशक पीके सिंहा को पत्र भेजकर पूछा था कि मेरठ-करनाल हाईवे के शहर के बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक पर ओवर ब्रिज निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।
बागपत एनएचएआई की ओर से शहर के बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक पर ओवर ब्रिज निर्माण न करने की जानकारी दी। बागपत एनएचएआई की ओर मेरठ- करनाल हाईवे का शामली शहरी क्षेत्र टपराना से लेकर सिंभालका तक गत सात नवंबर को लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड को हस्तांतरित कर दिया है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सनत गुप्त ऋषि ने बताया कि उत्तर प्रदेश सेतु निगम और उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर शहर के बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज की कार्ययोजना तैयार कराई जाएगी। जिसकी प्लानिंग कर ली गई है। ओवरब्रिज पर चारलेन और दो लेन का निर्माण किया जाएगा। दूसरी ओर मेरठ- करनाल हाईवे पर पूर्वी यमुना नहर पर दो लेन का पुल बनने की संभावना भी बन गई है।
उत्तर प्रदेश सेतु निगम सहारनपुर के सहायक अभियंता सुरेंद्र कुमार ने बताया कि शहर के बुढ़ाना रोड रेलवे फाटक पर दो लेन का ओवर ब्रिज बनाने के लिए रेलवे फाटक पर दोनों ओर 24 मीटर भूमि की आवश्यकता है। जिसमें एक मीटर भूमि दोनों ओर नाली और नाला निर्माण, छह मीटर भूमि दोनों ओर सर्विस लेन में प्रयोग होगी।