शामली। बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा गुरुवार को बडी महापंचायत का आयोजन किया गया है, जिसमें राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष जयंत चौधरी तथा किसान नेता राकेश टिकैत शामिल होंगे।
शुगर मिल प्रबंधन के लिए गत पेराई सत्र 2022-23 का करीब 224.38 करोड़ का बकाया गन्न भुगतान अब गले की फांस बनती दिख रही है। बकाया गन्ना भुगतान को लेकर जहां एक ओर जिला प्रशासन एवं गन्ना विभाग के स्तर पर मिल प्रबंधन के लिए कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है वहीं मिल परिसर में धरनारत किसान अब आरपार की लड़ाई लड़ने का ऐलान कर दिया है।
बकाया गन्ना भुगतान सहित पेराई सत्र 2023-24 में गन्ना मूल्य 400 रुपये कुंतल घोषित कराने की मांग को लेकर नौ नवंबर को मिल परिसर में महापंचायत बुलाई गई है। महापंचायत में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी व भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शिरकत करेंगे।
बता दें कि जिले में तीन शुगर मिले हैं। इनमें बजाज शुगर मिल थानाभवन और ऊन शुगर मिल में गन्ने की पेराई शुरू हो गई है। इन दोनों मिलों पर किसानों का क्रमशः करीब 50 व 73 करोड़ ही बकाया रह गया है।
जबकि शामली शुगर मिल पर करीब 224.38 करोड़ बकाया है। मिल के पास चीनी का स्टॉक मुश्किल से 10 से 15 करोड़ रुपये की है। ऐसे में जब तक दुबारा से मिल में गन्ने की पेराई शुरू नहीं हो पाती, तब तक शामली मिल द्वारा बकाया गन्ना भुगतान संभव नहीं हो सकेगा।
मिल सूत्रों की माने तो मिल प्रबंधन गन्ना पेराई शुरू होने के बाद मार्च 2024 में जाकर गत पेराई सत्र का संपूर्ण भुगतान कर पाएगी। बता दें कि क्षेत्रीय किसान मिल परिसर में करीब 80 दिनों से बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर धरनारत हैं।
जैसे ही नौ नवंबर को शामली में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी की आने की जानकारी मिली। रालोद विधायक प्रसन्न चौधरी, जिलाध्यक्ष वाजिद अली, युवा नेता राजन जावला सहित रालोद के पदाधिकारी व कार्यकर्ता गांव-गांव जनसंपर्क में जुट गए हैं। जयंत चौधरी गन्ना मुद्दे को लेकर पहली बार शामली मिल में आएंगे।