शामली।  भले ही आपूर्ति विभाग अभियान चलाकर लोगों के कार्ड बना रहा हो, मगर अमीर लोग भी राशन कार्ड बनवाकर राशन का लाभ ले रहे हैं। चार मंजिला मकान से लेकर अच्छा खासा कारोबार होने के बावजूद राशन कार्ड बनवा लिए गए और खुद को गरीबी रेखा से नीचे दिखाते हुए राशन का लाभ लिया जा रहा है। शामली में आपूर्ति विभाग ने जिलेभर में सर्वे कराया तो ऐसे लोगों के नाम सामने आए। स्थानीय अधिकारी और कोटेदार की संस्तुति पर अब ऐसे चिह्नित किए गए 214 लोगों के कार्ड निरस्त करने की तैयारी है।

कैराना के रहने वाले राज की रेडिमेट की दुकान है, मगर पिछले काफी समय से वह राशन ले रहा है। पता चलने के बाद आपूर्ति विभाग ने राज का राशन कार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।कांधला के रहने वाले श्रीनिवास के पास चार पहिया वाहन है। इसके बावजूद राशन कार्ड का लाभ लिया जा रहा था।

शामली के रहने वाले सोनू के नाम तीन चौपहिया वाहन के अलावा आलीशान बंगला है और 30 बीघा जमीन भी है। इसके बावजूद राशन कार्ड का लाभ लिया जा रहा था। इनके अलावा कई ऐसे भी लोग हैं, जिनके पास ट्रैक्टर के अलावा 20 से लेकर 35 बीघा तक जमीन है। कुछ मृतकों के नाम से भी राशन कार्ड का लाभ ले रहे थे। जांच में एक सदस्य के दो जगह राशन कार्ड भी मिले हैं।

अब सवाल यह उठता है कि जब लोग पात्र ही नहीं थे तो फिर उनका राशन कार्ड कैसे बनाया गया। माना जा रहा है कि इस खेल में विभागीय कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। इसकी जांच विभागीय अधिकारियों ने शुरू करा दी है। सही से जांच होती है तो कर्मचारियों पर भी गाज गिर सकती है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि यदि जिले में ठीक से सर्वे कराया जाए तो शामली के अलावा थानाभवन, कैराना, कांधला, जलालाबाद, बाबरी, झिंझाना क्षेत्र में हजारों की संख्या में अपात्र लोग मिलेंगे, जो राशन कार्ड का लाभ ले रहे हैं।