शामली। भाजपा हाईकमान ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले जिले के भाजपा के वरिष्ठ युवा नेता मोहित बेनीवाल को विधान परिषद का सदस्य का प्रत्याशी बनाकर जाट मतदाताओं को साधने का काम किया है। रालोद से गठबंधन के बाद भाजपा का यह कदम जाटों को साधने की सोची समझी रणनीति मानी जा रही है।
शामली जिले के थानाभवन के खेड़ा गदई गांव के मूल निवासी मोहित बेनीवाल का जन्म 18 फरवरी 1980 को हुआ था। शामली के वीवी इंटर कॉलेज में अध्ययन करने के बाद दिल्ली से आईआईटी में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। विदेश में जॉब करते हुए अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी बनाई। उसके बाद राजनीति में रुचि होने के कारण विदेश से भारत आकर कैराना के पूर्व सांसद बाबू हुकुम सिंह के नेतृत्व में भाजपा में शामिल हो गए।
इसके बाद भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष और भाजपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष बने। सीएए के समर्थन में मेरठ में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की रैली की भी कमान संभाली। पार्टी ने उन्हें बूथ प्रबंधन का भी जिम्मा दिया। मोहित बेनीवाल 2018 में बिजनौर नगर निकाय चुनाव प्रभारी बनाए गए। 2017 में यहां की आठ विस सीटों के चुनाव प्रभारी पद पर रहते हुए कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया।
मतदाता पंजीकरण से लेकर आईटी विंग में काम कर चुके मोहित राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य व उत्तराखंड भाजयुमो के प्रदेश प्रभारी रह चुके हैं। भाजयुमो में प्रदेश मंत्री भी रहे हैं। उसके बाद क्षेत्रीय अध्यक्ष पश्चिम उत्तर प्रदेश रहते हुए जिला पंचायत चुनाव में भाजपा के सबसे ज्यादा अध्यक्ष बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वर्ष 2022 से भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष पद कार्य कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मोहित बेनीवाल बिजनौर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के दावेदार थे। बिजनौर लोकसभा सीट रालोद गठबंधन पर जाने के बाद भाजपा ने मोहित बेनीवाल को विधानपरिषद सदस्य का प्रत्याशी बना दिया है। शामली जिले से वे वीरेंद्र सिंह गुर्जर के बाद दूसरे एमएलसी होंगे। मोहित बेनीवाल की भाजपा संगठन में अच्छी खासी पकड़ है। भविष्य की राजनीति में यूपी सरकार में शामली जिले में मंत्री बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।