शामली। के यूपी-हरियाणा बॉर्डर के पास बसे दर्जनों गांव में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद हुई बाढ़ से फसल बर्बाद हो गईं। इसे लेकर राष्ट्रीय लोकदल के दोनों विधायक जिलाधिकारी से मिले। उन्हें मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा।

राष्ट्रीय लोकदल के विधायकों का कहना है कि किसानों की हुई फसल बर्बादी के चलते उन्हें मुआवजा देना चाहिए। बीते दिनों हुई तेज मूसलाधार बरसात के चलते क्षेत्र में बाढ़ आई थी, जिससे कई दर्जनों किसान की फसल बर्बाद हुई है। इन सबका कारण उन्होंने खनन माफिया को ठहराया है।

यूपी-हरियाणा बॉर्डर के पास बसे दर्जनों गांव में बीते दिनों तेज बारिश के चलते यमुना का जलस्तर बढ़ गया था। इसके बाद आई बाढ़ से सैकड़ों किसानों की हजारों बीघा सब्जी और अन्य चीजों की फसल बर्बाद हो गई। किसान अब बर्बादी की कगार पर हैं। वहीं आज उन्हीं किसानों की आर्थिक मदद के लिए डीएम से राष्ट्रीय लोकदल के शामली विधायक प्रसन्न चौधरी और थानाभवन विधायक अशरफ अली खान अपने दर्जनों कार्यकर्ताओं के साथ मिले।

उन्होंने किसानों की मदद को मद्देनजर रखते हुए एक ज्ञापन जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा। मामले में रालोद के सदर विधायक प्रसन्न चौधरी का कहना है कि बीते दिनों हुई बरसात के चलते यमुना का जलस्तर बढ़ा है। इससे झिंझाना थाना क्षेत्र की चौकी चौसाना क्षेत्र में किसानों की हजारों बीघा फसल बर्बाद हो गई है।

उन्होंने खनन माफियाओं पर अधिकारियों की लगाम न होने और खनन माफिया का बेखौफ होना बताया है। वहीं उन्होंने इस मामले में डीएम को अवगत कराकर जल्दी मामले में सुनवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि आने वाले विधानसभा सत्र में भी शामली का यह मुद्दा उठाया जाएगा, जिससे जिले में कोई खनन माफिया हावी न हो सके और किसानों की फसल बर्बाद होने से रोकी जाए।