शामली। धोखाधड़ी कर रकम को दोगुना करने का लालच देकर पांच लाख 65 हजार रुपये की ठगी का मामला एक और सामने आया है। इस मामले में शहर कोतवाली में दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

यह मामला करीब छह माह पहले का है। शहर के मोहल्ला मोमीननगर निवासी आरिफ ने 25 दिसंबर 2022 को एसपी को प्रार्थना पत्र देकर बताया था कि उसके पास कैराना निवासी शेरखान का आना जाना था। शेरखान ने उसे 100-100 के दस नोट देकर कहा कि इन नोटों के सीरियल नंबर नेट पर नहीं चढ़ा है। यह नोट देखने में असली है और इन्हें बाजार में चलाकर देख लो। अगर यह नोट चल गए तो वह उसे 50 हजार रुपये के बदले एक लाख रुपये दिला देगा। पीड़ित का कहना है कि वह उसके झांसे में आ गया और उसने शेरखान के दिए नौ का पेट्रोल अपनी बाइक में डलवाया। उसने पेट्रोल पंप कर्मी को एक हजार रुपये दिए तो उसने चैक करने के बाद ले लिए। इसके बाद उसे विश्वास हो गया कि नोट असली है। इसके बाद उसने 50 हजार रुपये के बदले एक लाख रुपये मांगे तो उसने कहा कि कम से कम पांच लाख रुपये देने होंगे। इसके कम रुपये के नोट नहीं बदले जाते।

पीड़ित के मुताबिक उसने अपने सगे संबंधियों, दोस्तों व बाजार से पांच लाख 65 हजार रुपये इकट्ठे करके शेरखान को दे दिए। जब उसे बदले में रुपये दुगने देने की बात आई तो शेरखान ने उसे नकली पुलिस से पकड़वाकर रुपये छीन लिए। इसके बाद उसे धोखाधड़ी होने का पता चला। एसपी अभिषेक ने इस मामले की जांच सीओ कैराना को सौंपी थी। सीओ की जांच के बाद शहर कोतवाली में आरिफ की तरफ से शेरखान, कुलदीप निवासी मोहल्ला भारतनगर पानीपत हरियाणा व अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज हुई है।

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजीव भटनागर ने बताया इस मामले में मुख्य आरोपी शेरखान को गिरफ्तार कर लिया गया है। ठगी के इस मामले में अन्य कई लोग शामिल है, जिनकी तलाश की जा रही है।

एक सप्ताह पहले भी रकम दोगुना करने का लालच देकर ठगी करने का मामला सामने आया था। शुभम निवासी पंजोखरा की तरफ से बाबरी थाने पर ढ़ाई लाख रुपये की ठगी होने के मामले में दो सिपाहियों समेत सात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज हुई थी। इस मामले में एसपी अभिषेक ने आरोपी सिपाही मयन व प्रवेश को निलंबित कर दिया था। पुलिस ने दो आरोपी जावेद निवासी गांव भैंसानी इस्लामपुर व जतिन निवासी नय गांव काजीपुरा को गिरफ्तार कर चालान कर दिया था। बाबरी व शामली में दर्ज हुए मामलों हुुई धोखाधड़ी करने में एक ही तरीका अपनाया गया है। पुलिस इस बिंदू पर भी जांच कर रही है कि दोनों मामलों में एक ही गिरोह शामिल है या अलग गिरोह के लोग हैं। कोतवाली प्रभारी का कहना है जांच के बाद ही इस बारे में स्पष्ट हो सकेगा।