शामली। शामली में भ्रष्टाचार निवारण संगठन थाना सहारनपुर की टीम ने बीएसए कार्यालय के लिपिक को 1 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। निलंबित सहायक अध्यापिका की शिकायत पर टीम ने यह कार्रवाई की है। सहायक अध्यापिका का कहना है कि निलंबन बहाल करने की एवज में उनसे रिश्वत मांगी जा रही थी। लिपिक के विरुद्ध आदर्श मंडी थाने पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

भ्रष्टाचार निवारण संगठन थाना सहारनपुर के प्रभारी निरीक्षक महेश दूबे ने बताया कि सहारनपुर के नकुड़ थाना क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर निवासी रीना देवी ने तीन दिन पहले शिकायत की थी कि वह शामली जिले के ऊन ब्लाक के गांव पधानगर में प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका है। तीन माह पहले उसे वित्तीय अनियमितता के आरोप में बीएसए राहुल मिश्रा ने निलंबित करते हुए थानाभवन ब्लाक के भैंसानी इस्लामपुर के प्राथमिक विद्यालय नंबर एक से संबद्ध कर दिया था।

रीना ने बताया कि बीएसए कार्यालय का लिपिक परिश्रम सैनी बहाल करने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा है। इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सहारनपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक महेश दूबे के साथ मेरठ थाने की निरीक्षक अंजू भदौरिया समेत छह सदस्यीय टीम बृहस्पतिवार सुबह शामली पहुंची और डीएम जसजीत कौर से मिलकर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी।

इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से दोपहर करीब एक बजे सहायक अध्यापिका बाइक से बीएसए कार्यालय के निकट पहुंची और लिपिक को फोन कर रुपये देने के लिए बुलाया। लिपिक अपनी गाड़ी लेकर पहुंचा और अध्यापिका को भैंसवाल रोड पर ले गया।

इसके बाद गाड़ी में बैठकर सहायक अध्यापिका ने जैसे ही 500-500 के नोट की दो गड्डी यानि एक लाख रुपये लिपिक को दिए। उसी समय टीम ने लिपिक को एक लाख रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। सहारनपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक महेश दूबे की तरफ से लिपिक के विरुद्ध भ्रष्टचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। लिपिक को आज भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय मेरठ में पेश किया गया।