क्षेत्र के गांव मोडखुर्द निवासी कांस्टेबल शामली के थाना ऊन मैं तैनात था। अवकाश मिलने के बाद वह अपनी बाइक से घर आ रहा था। मेरठ के मेरठ खिरवा रोड पर सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद उसकी मौत हो गई।
कांस्टेबल की मौत की खबर सुनकर परिवार एवं गांव में कोहराम मच गया। लगभग देर शाम कांस्टेबल का शव गांव में पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। कांस्टेबल का गमगीन माहौल में पास के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया।
मवाना तहसील के गांव मोड़खुर्द निवासी प्रवीन पुत्र प्रकाश चंद शामली जिले के थाना ऊन कांस्टेबल के पद पर तैनात था। दीपावली के त्यौहार पर अवकाश न मिलने के उपरांत शुक्रवार को अवकाश मिलते ही अपने घर आ रहा था। उसे यह क्या पता था कि मैं हंसी खुशी घर अपने बच्चों से मिलने जा रहा हूं। लेकिन, मेरठ खिरवा रोड पर वाहन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। परिवार उसकी आने की खबर पर बच्चे भी खुश हो रहे थे। लेकिन, जब उसका शव घर पर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया।
गांव के लोग बस यही कह रहे थे कि कांस्टेबल प्रवीण कुमार देश की सेवा कर रहा था। प्रवीण की शादी 8 साल पहले हुई थी। जिसमें उसके दो छोटे मासूम बच्चे पुत्र सम्राट तो पुत्री मुन्नी थी। इसके अलावा माता सरोज देवी, पिता प्रकाश चंद तो बड़ा भाई विपिन उसका छोटा भाई अरविंद अपने पीछे हरा भरा परिवार को छोड़ कर चला गया। उसकी पत्नी मोनिका, मां सरोज देवी रो-रोकर बुरा हाल है। वह रो-रोकर कह रही थी कि हमने तो किसी का कुछ न बिगाड़ा था जो भगवान ने इतनी बड़ी सजा दे दी। वह रो-रोकर बेहोश हो रही थी। परिवार एवं ग्रामीणों ने उसका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया।