शामली। पूर्वी यमुना नहर के किनारे भैंसवाल गांव के जंगल में 198 करोड़ की लागत से प्रस्तावित पुलिस लाइन की मिट्टी का नमूना लेकर मेरठ में लोक निर्माण विभाग की प्रयोगशाला को भेज दिया है। निकाय चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद निर्माण एजेंसी पुलिस लाइन का डिजाइन लोक निर्माण विभाग मेरठ को सौंपेगी। 30 अप्रैल तक निर्माण एजेंसी के अधिकारी-कर्मचारी और मजदूर नई पुलिस लाइन के निर्माण के लिए जिले में डेरा डाल देंगे। निर्माण सामग्री की व्यवस्था करने के बाद निकाय चुनाव आचार संहिता हटते ही पुलिस लाइन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
जिला बनने के बाद पूर्वी यमुना नहर के किनारे भैंसवाल गांव के जंगल में एसपी कार्यालय और पुलिस लाइन के लिए 75 एकड़ भूमि आरक्षित की गई थी। एसपी कार्यालय का निर्माण 2019 में पूरा हो चुका है। शासन के निर्देश पर पुलिस लाइन के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग भवन खंड को कार्यदाई संस्था घोषित की गई है। एक मार्च 2020 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस लाइन की आधारशिला रख चुके हैं। एक साल पहले 31 मार्च 2022 को 198 करोड़ की धनराशि की स्वीकृति मिली थी। शासन की ओर से नौ माह पूर्व 30 करोड़ रुपये की धनराशि अवमुक्त हुई थी। टेंडर प्रक्रिया लंबी जद्दोजहद के बाद पूरी हुई।
गौतमबुद्धनगर की एक निर्माण एजेंसी को पुलिस लाइन के निर्माण की जिम्मेदारी दी गई। निर्माण एजेंसी के ठेकेदार के साथ अनुबंध प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। नियम के अनुसार अनुबंध के बाद दो माह में पुलिस लाइन का डिजाइन पेश करने का निर्माण एजेंसी ठेकेदार को समय दिया गया था। लेकिन आचार संहिता लागू होने की वजह से निर्माण एजेंसी डिजाइन पेश नहीं कर पाई। शामली में नई पुलिस लाइन का निर्माण करने वाली एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर जया यादव ने बताया कि शामली पुलिस लाइन का अनुबंध प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। आचार संहिता खत्म होने के बाद पुलिस लाइन का डिजाइन पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आगामी 15 मई के बाद पुलिस लाइन का निर्माण शुरू हो जाएगा।
जिला बनने के बाद वर्ष 2012 से अस्थाई रूप से पुलिस लाइन शहर के भैंसवाल रोड स्थित कृषि उत्पादन मंडी के भवन में चल रही है। नई पुलिस लाइन निर्माण मे कम से कम दो साल लगेंगे। पुलिस लाइन निर्माण होने के बाद नवीन पुलिस लाइन भवन में शिफ्ट होगा।