शामली. जम्मू कश्मीर के पुलवामा में तैनात सीआरपीएफ के जवान अंकुर तरार का शव सुबह पैतृक गांव सिलावर में पहुंचा। शव को देखकर परिजन बिलख उठे। परिजनों को रोता बिलखता देख मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई। इसके बाद शमशान घाट पर सैनिक सम्मान के साथ जवान के शव का अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके छोटे भाई सचिन तरार ने दी।

गांव सिलावर निवासी पूर्व उप ब्लाक प्रमुख चंद्रहास के बड़े बेटे अंकुर तरार सीआरपीएफ में 2012 में भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 182 यूनिट में थी। सोमवार सुबह सीआरपीएफ के अधिकारियों ने परिजनों को उसके आकस्मिक निधन की जानकारी दी थी। जवान के निधन की सूचना मिलते ही परिजनों पर गम का पहाड़ टूट पड़ा था। मंगलवार सुबह करीब छह बजे सीआरपीएफ के अधिकारी व कर्मी जवान का शव लेकर पैतृक गांव सिलावर पहुंचे। शव को देखकर परिजन बिलख उठे। शव से लिपटकर परिजनों को रोता बिलखते देख वहां मौजूद लोगों की आंखे नम रही। इसके बाद गमगीन माहौल में शमशान घाट में शव का अंतिम संस्कार किया गया।

सीआरपीएफ के जवानों ने सलामी देकर जवान को अंतिम विदाई दी। मुखाग्नि जवान के छोटे भाई सचिन तरार ने दी। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि जवान अंकुर तरार बाथरूम में नहाने गए थे। नहाते समय अचानक वह गिर गए थे। चिकित्सकों ने हृदयघात होने से उनकी मौत होना बताया है। जवान के आकस्मिक निधन पर गांव में गम का माहौल बना रहा। पूर्व गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने मंगलवार को गांव सिलावर में भाजपा नेता चंद्रहास के पुत्र अंकुर तरार के आकस्मिक निधन पर उनके परिजनों से मिलकर शोक संवेदना दी।