शामली। शुगर मिल पर बकाया भुगतान को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। किसानों के विरोध के चलते रविवार को भी शुगर मिल में पेराई शुरु नहीं हो पाई। इस बीच मिल प्रबंधन ओर किसानों के बीच वार्ता एक बार फिर विफल हो गई।
जिला प्रशासन एवं मिल प्रबंधन शामली मिल परिसर गन्ना यार्ड में धरनारत किसानों को मनाने में नाकाम रहे। यही वजह है कि रविवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार मिल में गन्ने की पेराई शुरू नहीं हो पाई। मिल पर किसानों का गत पेराई सत्र का अभी भी 224 करोड़ से अधिक की धनराशि बकाया है। मिल सूत्रों की मानें तो बिना पेराई सत्र शुरू हुए भुगतान संभव नहीं है। साथ ही यह भुगतान मार्च 2024 से पहले नहीं हो पाएगा।
शामली शुगर मिल परिसर में किसानों का लगातार 76वें दिन भी धरना जारी रहा। धरनारत किसान रोजाना अलग-अलग तरीके से अपना विरोध प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं। अब किसानों ने धनतेरस नहीं मनाने का निर्णय लिया है। किसानों ने तो यह भी कहा कि यदि मिल प्रबंधन मिल चलाने में असमर्थ हैं तो मिल किसानों के हवाले कर दें। किसान खेती करना ही नहीं, मिल चलाना भी शुरू कर देगा।
धरनारत किसानों ने कहा कि जब तक संपूर्ण भुगतान नहीं होता, शुगर मिल में पेराई शुरू नहीं होने दिया जाएगा। धरनारत किसानों संजीव शास्त्री, मिंटू, साहब सिंह, अवनीश चौधरी, सागर, अभिषेक निर्वाल, प्रदीप देशवाल आदि शामिल रहे।
रविवार सुबह 10 बजे मिल में कर्मचारियों द्वारा मेंटेनेंस का काम चलाया जा रहा था जिसको धरने पर बैठे किसानों द्वारा रूकवा दिया गया। उन्होंने आगे बताया कि मेल में मेंटेनेंस का काम तब तक नहीं चलेगा जब तक किसानों का संपूर्ण न भुगतान नहीं हो जाता। किसानों ने कहा कि उन्हें भविष्य में भुगतान की समय पर होने की गारंटी नहीं मिलती।