शामली। डीएम जसजीत कौर ने दिल्ली-देहरादून ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर एक्सप्रेसवे में अतिरिक्त भूमि परिसंपत्ति का प्रस्ताव जल्द प्रस्तुत करने के लिए एनएचएआई के अफसरों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग के अनुसार पुलों की ऊंचाई आदि पर कार्रवाई का भी संज्ञान लेकर समय पर निस्तारण कराएं। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्गों की समीक्षा करते हुए अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण के लिए प्रपोजल भेजे जाने पर नाराजगी प्रकट की।
बृहस्पतिवार को कलक्ट्रेट में डीएम कक्ष में डीएम जसजीत कौर की अध्यक्षता में एनएचएआई के अधिकारियों के साथ बैठक लेकर जिले से गुजर रहे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्गों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान डीएम जसजीत कौर ने पानीपत- खटीमा हाइवे 709 एडी, पानीपत खटीमा, 709ए मेरठ-करनाल हाईवे की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन हाईवे के अधिग्रहण की कार्रवाई पूर्ण हो चुकी है, उनके कार्य एनएचएआई द्वारा कार्य को समय से पूर्ण किया जाना है। बैठक में अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण के मामले में डीएम ने नाराजगी प्रकट की। उन्होंने दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर एक्सप्रेसवे की अतिरिक्त परिसंपत्ति का प्रस्ताव जल्द प्रस्तुत करने हेतु एनएचएआई के अफसरों को निर्देश दिए। वह प्राधिकरण मुख्यालय से संपर्क करते हुए समय पर निस्तारण कराएं। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग के अनुसार पुलों की ऊंचाई आदि पर कार्यवाई का भी संज्ञान लें। समीक्षा के दौरान शामली-अंबाला मार्ग में मुआवजा वितरण और कब्जे को लेकर डीएम ने नाराजगी प्रकट की।
बैठक के दौरान डीएम ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण बागपत और अंबाला के अफसरों को निर्देश दिए कि वे किसानों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए एक्सप्रेसवे का कार्य पूर्ण कराएं। बैठक में एनएचएआई के अफसरों को पानीपत-खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग कंडेला से बनत तक नई परत निर्माण के लिए धन आवंटन न होने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए परियोजना निदेशक को पत्र जारी करने के निर्देश दिए। इस मौके पर एडीएम संतोष कुमार, एसडीएम, तहसीलदार और एनएचएआई बागपत व अंबाला से नामित प्रतिनिधि मौजूद रहें।