शामली। शामली के कांधला थाना क्षेत्र में जहरीले पदार्थ से मां-बेटी की मौत के मामले में ग्रामीणों ने पंचायत की। उन्होंने ग्राम प्रधान पति को निर्दोष बताया। ग्रामीणों ने केंद्र सरकार से मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। ग्रामीण पंचायत में हाथों में सीबीआई जांच की मांग लिखी तख्ती लेकर शामिल हुए।
गांव गढ़ी दौलत निवासी इस्तखार ने गांव के मजाहिर से मकान खरीदा था। आरोप है कि मजाहिर पैसे लेने के बाद मकान खाली नहीं कर रहा था। 22 सितंबर को इस्तकार की पत्नी फुरकाना बेटी नबिया के साथ मजाहिर के घर बात करने के लिए गई थी। पीड़ित का आरोप है कि मजाहिर ने परिवार के लोगों के साथ मिलकर पीड़ित की पत्नी और बेटी को जहरीला पदार्थ दे दिया। जिस कारण दोनों की उपचार के दौरान मौत हो गई। इस्तकार ने ग्राम प्रधान पति राशिद जंग, मज़ाहिर, रफाकत, आबिद, जहूर और जहूराबीके खिलाफ हत्या की तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मजाहिर, रफाकत, आबिद और जहूर को जेल भेज दिया।
मामले में ग्राम प्रधान पति राशिद जंग और महिला जहूरा फरार चल रहे हैं। मंगलवार को ग्रामीणों ने गांव गढ़ी दौलत में पंचायत का आयोजन किया। पंचायत में ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान पति राशिद जंग को राजनीतिक के चलते झूठा फंसाया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस्तकार ने खुद ही अपनी पत्नी और बेटी को जहरीला पदार्थ पिलाकर मजाहिर के घर पर भेजा था। पुलिस पूरी हकीकत जानती हैं, लेकिन राजनैतिक दबाव में आकर ग्राम प्रधान पति को झूठे मुकदमे में फंसा रही है।
ग्रामीणों ने केंद्र सरकार से मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। उनका कहना है कि जांच में सब साफ हो जाएगा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी अगर प्रधान पति को जेल भेजा गया तो ग्रामीण कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन करेंगे। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे। पंचायत में मतलूब, यासीन, इरशाद, मास्टर अब्बास, इनाम, नवाब, जुनेद गयूर, आमिर, कारी फुरकान और बाबा रसीद आदि मौजूद रहे।