शामली। अधिक बिजली बिल आने, स्मार्ट मीटरों को नहीं बदलने, छापामारी के नाम पर ऊर्जा निगम के कर्मचारियों पर परेशान करने और गन्ना क्रय केंद्र नहीं बदलने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को दस गांवों के किसानों ने अधीक्षक अभियंता और जिला गन्ना अधिकारी के कार्यालय पर हंगामा किया। विभागीय अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की गई। अधीक्षण अभियंता, जिला गन्ना अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर जल्द समाधान की मांग की।

भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के बैनर तले किसान अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर पहुंचे। किसानों ने कहा कि जिलेभर में स्मार्ट मीटर के नाम पर लोगों से अधिक वसूली की जा रही है। जिन किसानों का बिल एक हजार रुपये का आता था, अब तीन से लेकर चार हजार रुपये तक आ रहा है। यही नहीं, छापामारी के नाम पर ऊर्जा निगम के कर्मचारी किसानों को परेशान कर रहे हैं, रात में भी छापमारी की जा रही है। किसानों ने यहां पर तीन घंटे तक धरना दिया। बाद में एक्सईएन चतुर्थ को ज्ञापन देकर समस्या के समाधान की मांग की। समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई।

इसके बाद किसान जिला गन्ना अधिकारी के कार्यालय पर पहुंचे। यहां हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि तीनों मिलो द्वारा किसानों का बकाया गन्ना भुगतान नहीं दिया जा रहा है। थानाभवन शुगर मिल से भैंसवाल का क्रय केंद्र शामली शुगर मिल को आवंटित नहीं किया जा रहा। जल्द से जल्द मांगे पूरी कराने की मांग की। जिला गन्ना अधिकारी ने जल्द समस्या के समाधान की बात कहीं।

इस दौरान संजीव शास्त्री, भाकियू अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष चौधरी दुष्यंत मलिक, प्रभात मलिक, विनोद तोमर, अमित पंवार, सुरेंद्र कुमार, अंकुर गुलियान, सुदेशपाल मलिक, पप्पू, कर्मवीर , नरेश कश्यप, रीतिक राठी, नरेशपाल, अनुज शर्मा, विनय कुमार आदि मौजूद रहे। धरने में भैंसवाल, झाल, बनत, बलवा, कसेरवा, खेड़ी, लिलौन, लपराना, गोहरनी, बधेव के किसान रहे।

किसानों ने कहा कि भैंसवाल का क्रय केंद्र थानाभवन को दे दिया है। पिछले साल भी किसानों ने इसका विरोध किया था। गांव से थानाभवन मिल की दूरी 16 किलोमीटर है जिसमें भाड़ा नौ रुपये लगता है, जबकि शामली मिल की दूरी गांव से 7 किलोमीटर है जिसमें भाड़ा चार रुपये कटता है। थानाभवन मिल को गन्ना देने पर उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है।