शामली। किसान दिवस में किसानों की समस्याओं का सीडीओ की ओर से समाधान का संतोषजनक जवाब न दिए जाने से किसान संगठन के नेता नाराज हो गए। डीएम रविंद्र सिंह के दोपहर 12 बजे तक किसान दिवस में न आने से वे बहिष्कार कर बाहर आ गए। किसान संगठन नेताओं ने हंगामा के बाद किसान दिवस का बहिष्कार कर दिया। किसानों के बहिष्कार कर दिए जाने के बाद जिले के अधिकारियों ने किसानों को समझाने का प्रयास भी नहीं किया।

बुधवार को विकास भवन में किसान दिवस का सुबह 10.30 बजे समय निर्धारित किया गया था। जिले भर के किसान संगठन के प्रतिनिधि और पदाधिकारी विकास भवन में किसान दिवस में पहुंच गए। सीडीओ रणजीत सिंह की अध्यक्षता में किसान दिवस जैसे ही शुरू हुआ। कैराना और ऊन तहसील के भाकियू कार्यकर्ताओं ने बिजली मीटर का विरोध करते हुए कहा कि बिजली मीटर उखाड़ने के मामले में 136 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई। विद्युत निगम के अधिकारी किसानों के खिलाफ दर्ज एफआईआर समाप्त नहीं कर पा रहे है।

ऊन क्षेत्र के किसानों ने बिजली फीडर से आपूर्ति में कटौती का मामला उठाए जाने पर मौजूद अधिशासी अभियंता विनोद कुमार, ब्रह्मपाल और अन्य अधिकारी कोई समाधान नहीं निकाल पाए। आरोप है कि अधीक्षण अभियंता के मौके पर मौजूद न होने से सीडीओ संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। मौके पर डीएम रविद्र सिंह के किसान दिवस में किसानों ने बुलाए जाने की मांग की। दिल्ली देहरादून इकोनाॅमिक काॅरिडोर एक्सप्रेस वे किसान संघर्ष समिति के सचिव विदेश मलिक ने एनएचएआई के अधिकारियों के उपस्थित होने के बारे में जानकारी ली। एनएचएआई के अधिकारियों के न होने पर किसान और नाराज हो गए।

किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सवित मलिक, भाकियू के जिलाध्यक्ष कालेंद्र मलिक, भाकियू के नगर अध्यक्ष योगेंद्र पंवार, पप्पू मलिक, किसान मजदूर भारतीय संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पंवार आदि किसान नेताओं ने कहा कि किसान दिवस में एक माह एक दिन डीएम को किसानों की समस्याएं सुनने का वक्त नहीं है। जिला स्तरीय अधिकारी गैर हाजिर रहने के कारण किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं कर पाते हैं।

दोपहर 12 बजे तक भी डीएम रविंद्र सिंंह के न आने से गुस्साए किसान संगठन के नेताओं और पदाधिकारी किसान दिवस का बहिष्कार करते हु्ए विकास भवन सभागार से बाहर आ गए और हंगामा किया। उसके बाद सभी किसान संगठन के नेता और पदाधिकारी किनान दिवस का बहिष्कार करते हुए चले गए। मौके पर सीडीओ रणजीत सिंह, उपनिदेशक कृषि शिवकुमार केसरी, जिला कृषि अधिकारी प्रदीप कुमार समेत जिला स्तरीय अधिकारी सभागार में बैठे रहे गए।

शामली। सीडीओ रंजीत सिंह ने किसान दिवस में चीनी मिलों के बकाया गन्ना भुगतान के बारे समीक्षा की। किसानों ने चीनी मिलों के प्रतिनिधियों को 31 अक्तूबर से पहले इस सत्र का बकाया गन्ना भुगतान किए का जाने का समय दिया गया।

किसान दिवस में किसानों के बहिष्कार के बाद किसान नेता राजवीर सिंह मुंडेट, राजेंद्र टिटौली समेत कई किसानों ने जिले की चीनी मिलों का बकाया गन्ना भुगतान का मुद्दा उठाते हुए समय पर गन्ना भुगतान कराए जाने की मांग की। इस मौके पर डीसीओ विजय बहादुर सिंह ने बताया कि जिले की सभी चीनी मिलों ने 1127.37 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदकर कुल 405.90 करोड़ रुपये का किसानों का भुगतान किया है। 721.47 करोड़ रुपये का जिले की चीनी मिलों पर किसान का बकाया गन्ना भुगतान हैं। शामली चीनी मिल 12 दिसंबर 2022, ऊन 21 जनवरी और थानाभवन मिल 10 दिसंबर 2022 तक का बकाया गन्ना भुगतान किया है।

शामली चीनी मिल के गन्ना महा प्रबंधक बलधारी सिंह, एजीएम दीपक राणा ने बताया कि चीनी मिल के घाटे के चलते ही भुगतान कम हुआ है। किसानों ने 31 अक्तूबर तक बकाया गन्ना मूल्य भुगतान किए जाने का चीनी मिलों को समय दिया गया।