शामली। शहर में नगरपालिका परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन जाम की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। इसकी वजह ये है कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई न होने से समस्या जस की तस बनी है।

पिछले महीने नगरपालिका में पुलिस-प्रशासन और व्यपारियों के बीच अतिक्रमण के मुद्दे पर बैठक हुई थी, जिसमें सहमति बनी थी कि व्यापारी व दुकानदार नाली से आगे सामान नहीं रखेंगे। इसके साथ ही पालिका मुख्य सड़क पर सफेद पट्टी बनाएगी और उस पट्टी के अंदर ही वाहन खड़े किए जाएंगे। पालिका ने एक सप्ताह पहले सफेद पट्टी खींच दी थी और इसके बाद कई बार अतिक्रमण हटाने का अभियान भी चला चुकी है। पालिका टीम के जाते ही दुकानदार फिर से सामान दुकान के बाहर नाली से आगे रख लेते हैं। इसके साथ ही जो सफेद पट्टी बनाई गई है, उसका भी पालन नहीं किया जा रहा है और वाहन सड़क पर आड़े तिरछे खड़े रहते हैं।

मंगलवार को एमएसके रोड पर धीमानपुरा में पेट्रोल पंप के निकट एक ट्रैक्टर सड़क पर खड़ा था, जिससे यातायात बाधित होने से जाम की समस्या बनी थी। शिव चौक के निकट कई वाहन सड़क पर खड़े हुए थे। इसी तरह की स्थिति मुख्य मार्ग पर कई स्थानों पर बनी हुई थी, लेकिन उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं थी, जो जाम का कारण बन रहे थे। इस संबंध में नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पालिका टीम द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर दुकानदारों व व्यापारियों से दुकान के बाहर नाली से आगे सामान न रखने के लिए बार-बार कहा जा रहा है। एक-दो दिन में अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ चालान करने की कार्रवाई की जाएगी।