शामली। भाजपा हाईकमान ने इस बार लोकसभा 2024 के मद्देनजर कैराना लोकसभा सीट पर प्रदीप चौधरी को दूसरी बार प्रत्याशी घोषित करके अपना राजनीति समीकरण मजबूत किया है। इस बार भी लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रदीप चौधरी और सपा प्रत्याशी इकरा हसन के बीच आमने सामने का मुकाबले के आसार बन गए हैं। बसपा की ओर से प्रत्याशी घोषित न होने से राजनैतिक दलों की निगाहें लगी हैं। भाजपा के सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद कैराना लोकसभा उपचुनाव 2018 में भाजपा हाईकमान ने उनकी बेटी मृंगाका सिंह को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था।
रालोद-सपा, बसपा और कांग्रेस प्रत्याशी का गठजोड़ होने पर उपचुनाव में हसन परिवार की तबस्सुम हसन ने भाजपा प्रत्याशी मृंगाका सिंह को पराजित कर दिया था। वर्ष 2019 में भाजपा हाईकमान ने कैराना लोकसभा सीट पर सहारनपुर जिले के नुकड़ और गंगोह विधानसभा से दो बार विधायक रहे प्रदीप चौधरी को प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा था। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के प्रदीप चौधरी ने गठबंधन की प्रत्याशी तबस्सुम हसन को 92 हजार 160 मतों से पराजित करके विजयी हासिल की थी। भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी को 5 लाख 66 हजार 961 वोट मिली थी। जबकि हसन परिवार की बहु तबस्सुम हसन को 4 लाख 74 हजार 801 वोट मिले थे।
इस बार तबस्सुम हसन की बेटी इकरा हसन को सपा ने प्रत्याशी घोषित किया है। रालोद और सपा का गठबंधन टूट जाने के बाद कैराना लोकसभा सीट पर भाजपा और रालोद का गठबंधन हो जाने के बाद भाजपा ने प्रदीप चौधरी को कैराना लोकसभा से चुनाव मैदान में उतार दिया है। अब इकरा और प्रदीप चौधरी में मुकाबले के आसार हैं। हालांकि, बसपा प्रत्याशी यदि मजबूत उतारा जाता है तो त्रिकोणयीय मुकाबला हो सकता है। अभी बसपा ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।