कैराना (शामली)। लाॅकडाउन में व्यापार में घाटा होने के बाद सराफा व्यापारी ने वेब सीरीज ”फर्जी” देखने के बाद दो-दो हजार के नकली नोट छापने का काम शुरू किया था। दिल्ली स्पेशल सेल ने प्रेस नोट जारी करके बताया कि दोनों गिरफ्तार आरोपियों से 5.50 लाख के दो-दो हजार के नकली नोट बरामद किए गए हैं। शनिवार को पटियाला हाऊस कोर्ट ने दोनों आरोपियों को तिहाड़ जेल भेज दिया था।
बुधवार की रात दिल्ली की स्पेशल सेल ने बार्डर पर कैराना निवासी ताजिम को 2.51 लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। इसके अगले दिन दिल्ली स्पेशल सेल ने कैराना में दबिश देकर पुराना बाजार में सराफा व्यापारी इरशाद उर्फ भूरू को गिरफ्तार कर लिया था। शुक्रवार को दिल्ली स्पेशल सेल ताजिम व इरशाद उर्फ भूरू को पीसीआर पर लेकर कैराना आयी थी। इरशाद की दुकान व मकान की तलाशी ली थी। दिल्ली स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर नागेंद्र कुमार ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि इरशाद उर्फ भूरू की दुकान से नोट बनाने की कागज की शीट, सुरक्षा धागे के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली हरी फाइल शीट और चमकदार स्याही के साथ एफआईसीएन पर 2000 अंकित करने के लिए फ्रेम बरामद किए थे। इरशाद के घर से दो-दो हजार के तीन लाख के नकली नोट भी बरामद किए गए थे। जबकि इससे पहले ताजिम से 2.51 लाख नकली नोट बरामद किए गए थे।
में इरशाद उर्फ भूरू ने बताया कि लॉकडाउन में व्यापार में घाटा होने के बाद वेब सीरीज फर्जी देखने के बाद उन्हें नकली नोट बनाने का आयडिया आया। इंटरनेट पर नोटों की सामग्री सर्च करने के बाद उन्होेंने वेबसाइटों के जरिए नोटों में इस्तेमाल होने वाली विशेष स्याही खरीदी। आरोपी ताजिम विभिन्न राज्यों में नकली नोट सप्लाई करता था। बुधवार को भी ताजिम दिल्ली के अलीपुर में नोट सप्लाई करने जा रहा था। इस दौरान दिल्ली की स्पेशल सेल ने अपना जाल बिछाकर ताजिम को दबोचकर नकली करेंसी के गिरोह का खुलासा किया था। इरशाद अभी तक बीस लाख रुपये के नकली नोट छाप चुका है।