शामली। जनपद शामली में देश के पांचवे प्रधानमंत्री और किसानों के मसीहा रहे चौधरी चरण सिंह की जयंती पर किसानों ने अनशन कर अपना विरोध दर्ज कराया है। अनशन पर बैठे सैंकड़ों किसानों ने केंद्र सरकार के तीनों बिलो को काला कानून बताते हुए आंदोलन को आगे बढ़ाने की चेतावनी दी है। दरअसल आज पूरे देश में भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती मनाई जा रही है। वहीं दूसरी ओर 27 दिन से लगातार किसान केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन नए कृषि कानून के विरोध में धरना प्रदर्शन दे रहे हैं।
किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयंती पर गाँव टीटोली में सैकड़ों की संख्या में मौजूद किसानों ने आज जयंती मनाई है। जहाँ जयंती पर सैंकड़ो की संख्या में मौजूद किसानों ने अनशन कर केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए तीनों कृषि कानूनों का जमकर विरोध किया है। किसानों का कहना है कि चौधरी चरण सिंह ने किसान हितों के लिए जो कानून बनाए थे उन कानूनों को ते पार्टी ने बदलते हुए किसानों के ऊपर 3 नए काले कानून थोप दिए हैं। जिसके चलते आज किसान आंदोलन करने को मजबूर हो गया है। आंदोलन का मुख्य पॉइंट सिंधु बॉडर है देश का हर किसान आंदोलन समर्थन कर रहा है। वही गांव टिटौली में किसानों के मसीहा की जयंती पर जितने भी किसान आए हुए हैं वह सब कृषि कानून से पीडित किसान है। जिन्होंने तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ भूख हड़ताल कर अपना विरोध दर्ज किया है। अगर सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती है तो यह आंदोलन एक विकराल रुप धारण कर लेगा।

 

सपाइयों ने सरकार की सद्बुद्धि को किया हवन

शामली। किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयंती पर सपाइयों द्वारा जिला कार्यालय पर सरकार की सद्बुद्धि हेतु हवन का आयोजन किया गया। इस दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता प्रोफेसर सुधीर कुमार ने किसान दिवस पर भाजपा सरकार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब कहते थे, भाजपा व्यापारी हितो की पार्टी है। जिसका किसान हितों के साथ सीधा टकराव है, पहला मौका मिलने पर ही भाजपा सरकार ने किसानों से मुंह फेर लिया, किसानों की बदौलत ही भाजपा सरकार आज उत्तर प्रदेश व देश में शासन चला रही है। मुजफ्फरनगर रोड स्थित सपा कार्यालय पर आयोजित सरकार की सद्बुद्धि के लिए हवन पूजन के उपरांत मीडिया से बातचीत करते हुए, वरिष्ठ सपा नेता व प्रवक्ता सुधीर पंवार ने कहा कि सपा पार्टी प्रत्येक वर्ष चौधरी चरण सिंह की नीतियों व जीवन से प्रेरणा लेने के लिए हवन यज्ञ का आयोजन करती है।

सरकार ने भी चौधरी चरण सिंह की जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाया जाने के लिए घोषित किया है।, इससे अच्छा मौका हो नहीं सकता कि चौधरी चरण सिंह की जयंती पर सरकार की सद्बुद्धि के लिए हवन पूजन किया जाए। उन्होंने कहा कि मौजूदा प्रदेश व केंद्र की सरकार ने किसान की राजनीति व किसान की आवाह जाही पर रोक लगा दी है। किसानों को पुलिस के पहरों में बिठाया जा रहा है। भाजपा सरकार को किसानों की कोई परवाह नहीं है। भाजपा व्यापार हितों की पार्टी है। उन्होंने कहा कि पहला मौका आया है जब किसान ने सरकार से कुछ मांगा है। अभी तक तो किसान ने ही सरकार को दिया है। किसान ने भाजपा को वोट देकर सरकार बनवाई और जब पहला मौका आया तो सरकार ने किसानों से मुंह फेर लिया। किसान केंद्र सरकार से कह रहे है कि हमें ऐसा कानून ना दे जिससे हमारा भला हो। लेकिन सरकार बात सुनने को तैयार नहीं हैं।