शामली। शामली के चीनी मिल में गोदाम की दीवार टूटने पर किसानों ने हंगामा किया। उन्होंने मिल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि वे चीनी को गोदाम से हटाकर उसे दूसरी जगह ले जाने की तैयारी में थे। मामला संज्ञान में आने के बाद दीवार की मरम्मत काम शुरू कर दिया गया और किसानों की बात सुनी गई। उधर, किसानों ने केन यार्ड से मिल के अंदर बॉयलर गेट पर पहुंचकर धरना दिया।

बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर किसानों का शामली चीनी मिल में बृहस्पतिवार को भी धरना जारी रहा। किसान अभी तक मिल के केन यार्ड में धरना दे रहे थे। बृहस्पतिवार को किसान केन यार्ड से उठकर मिल के अंदर पहुंच गए और बॉयलर के गेट पर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान वहां पर काम करने वाले कर्मचारी चले गए। धरने के दौरान शाम को किसानों को जानकारी मिली कि चीनी मिल के गोदाम की दीवार तोड़ी गई है।

इसकी जानकारी मिलते ही किसानों ने मौके पर पहुंचकर हंगामा किया। किसानों ने मिल अधिकारियों से बात की, लेकिन अधिकारियों की बात से किसान संतुष्ट नहीं हुए। किसानों ने आरोप लगाया कि मिल प्रबंधन रात में चीनी को गोदाम से निकालकर कहीं दूसरी जगह ले जाने की तैयारी में था।
किसानों ने इस मामले की डीएम रविंद्र सिंह व एडीएम संतोष कुमार सिंह को जानकारी दी। एडीएम ने किसानों को आश्वासन दिया कि चीनी का स्टॉक गोदाम से बाहर नहीं जाएगा और जो दीवार टूटी है उसे बनवाया जाएगा। अधिकारियों के निर्देश पर शाम को मिल प्रबंधन की तरफ से दीवार बनाने का काम शुरू कर दिया गया। इस अवसर पर संजीव शास्त्री, इलम सिंह, जयवीर सिंह, आत्माराम, वीरपाल, इकबाल, कर्मवीर, अंकित पंवार, सौराम, प्रभात, इरफान, सोहनपाल, सुक्रमपाल, भोपाल सिंह, विनोद, विरेंद्र मलिक आदि किसान मौजूद रहे।

इस संबंध में मिल के डीजीएम केन दीपक राणा ने बताया कि दिन के समय किसी ट्रैक्टर-ट्राली या अन्य वाहन की टक्कर लगने से दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी। क्षतिग्रस्त हुई दीवार को फिर से बनाने के लिए वहां से मलबा आदि हटाया गया था। चीनी का स्टॉक गोदाम में ज्यों का त्यों है।