शामली। शनिवार को नगर पालिका प्रशासन की टीम स्थानीय नेहरू मार्केट में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने के लिए पहुंचा। जैसे ही टीम मार्केट में पहुंची दुकानदारों ने एक- दूसरे पर शिकायत करने का आरोप लगाते हुए आपस में भिड़ गए। इन दुकानदारों में जमकर हाथपाई, गाली-गलौल हुई। व्यापारियों में में मारपीट व हाथापाई होते देखे पालिका टीम बिना किसी कार्यवाही के मौके से भाग निकले।
शासन-प्रशासन के आदेश पर मुख्य सफाई निरीक्षक इंस्पेक्टर राखी यादव के नेतृत्व में पालिका की टीम शहर के नेहरू मार्केट में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची। इस दौरान व्यापारी/दुकानदार भी एकत्रित हो गए। मौके पर पालिका टीम ने देखा गया कि दुकानदारों द्वारा कई कई फीट दुकानों के बाहर सामान रखा हुआ है, जिससे रास्ता भी पूरी तरह से बाधित हो रहा था।
इसी दौरान नेहरू मार्केट के व्यापारियों के दो गुट आमने सामने आ गए और दूसरे पर शिकायत करने का आरोप लगाते हुए जमकर गाली गलौज शुरू कर दी। इन गुटों के बीच हाथापाई भी हुई। दुकानदारों ने एक-दूसरे का सामान भी उठाकर फेंक दिया। उधर दुकानदारों के आपस में ही मारपीट होते हुए देखकर पालिका की अवैध अतिक्रमण हटाओ टीम मौके से भाग निकले। हालांकि बाद में मामला स्वयं ही शांत हो गया और कोई कार्यवाही नहीं की गई।
शहर के विभिन्न बाजारों और मार्गो पर दुकानदारों द्वारा कई कई फीट सडक पर सामान रखकर अतिक्रमण किया गया। बढते अतिक्रमण के कारण अब स्वयं ही दुकानदारों को परेशानी होने लगी है। एक दूसरे से ज्यादा सामान बाहर निकालने की होड में दुकानदारों के प्रतिष्ठान दिखने बंद हो गए है। वही रागहीरों को भी रास्ता नही मिलता है। कई बार जिला प्रशासन से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया। हाल परेशान होकर अब दुकानदारों ने एक दूसरे की स्वयं की शिकायत करनी शुरू कर दी है जिससे विवाद की स्थिति पैदा हो रही है। ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि सड़कों और बाजारों में बढते अतिक्रमण के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाये।
शनिवार को नेहरू मार्केट अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर पालिका की टीम पूरी तरह से बेबस दिखाई दी। नगर पालिका टीम दुकानों के बाहर से अतिक्रमण हटवाने में नाकाम रही। एक-एक दुकानदार को कई-कई नोटिस दिए जा चुके हैं, लेकिन अतिक्रमण नही हटा। दुकानदारों ने विरोध करते हुए कहा कि नगर पालिका एक तरफा अतिक्रमण हटाते हुए दुकानों के बाहर बनाई गई अनाधिकृत पेडियों व जाल को हटवाये, जिसके लिए वह लिखकर देने को भी तैयार नही है। दुकानदारों ने मांग की कि अतिक्रमण हटाया जाये जिससे कि सडके भी चैडी हो सके, लेकिन मामूली कार्यवाही से कुछ नही होगा।