शामली। शहर कोतवाली पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम ने वाहन चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के पांच सदस्याें को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के चार सदस्य अभी फरार है। पुलिस का कहना है कि शामली क्षेत्र से वाहनों को चोरी करने, बेचने और काटने वालों का संगठित गिरोह चल रहा था। चोरी के वाहनों को दिल्ली में खपाया जा रहा था। । पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की दो कार और मोबाइल बरामद की है।
सीओ सिटी श्यामवीर सिंह ने रविवार को अपने कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि शनिवार रात को पुलिस ने शामली क्षेत्र से वाहनों को चोरी कर दिल्ली में खपाने वाले गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के नाम सचिन व सुमित निवासी गांव मवी कलां जिला बागपत, दर्शनमान निवासी गांव खेड़ा खुर्द थाना नरेला दिल्ली, प्रवीण सबरवाल उर्फ पौना निवासी रोशन व मनीष पुराना ककरौला रोड थाना नजफगढ़ दिल्ली है। इस गिरोह के फरार सदस्यों के नाम अमित उर्फ आर्यन निवासी गांव बावली थाना बड़ौत जिला बागपत, दीपक निवासी न्यू रोशन गार्डन थाना नजफगढ़ दिल्ली, प्रदीप उर्फ लांडी निवासी श्याम विहार थाना नजफगढ़ दिल्ली और सरदार मंदीप निवासी मायापुरी दिल्ली है। आरोपियों के कब्जे से चोरी की दो कार और घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद हुआ है। बरामद हुई कारों में एक 24 जुलाई को शुभम शर्मा निवासी गांव नंगली थाना दौराला जिला मेरठ, दूसरी कार 11 सितंबर को गांव सिंभालका के निकट श्रीराम काॅलोनी से सुनील तोमर की चोरी हुई थी। इसके अलावा एक अन्य कार चार सितंबर को काकानगर से भरत यादव निवासी हिसार हरियाणा की चोरी हुई थी। इस कार को आरोपियों ने दिल्ली में काटा जाना बताया है। इस मामले में फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है, जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सीओ ने बताया पुलिस पूछताछ में सामने आया कि अमित उर्फ आर्यन व सन्नी शामली क्षेत्र से वाहन चोरी करने थे। आर्यन की शामली मे रिश्तेदारी होने के कारण उसे शामली व क्षेत्र की पूरी जानकारी है। सन्नी को 11 सितंबर को आदर्श मंडी थाना पुलिस चोरी की बाइक के साथ गिरफ्तार कर चुकी है। ये दोनों वाहन चोरी करने के बाद व्हाटसएप कॉल से संपर्क कर दीपक व प्रदीप को बेच देते थे। फिर ये दोनों चोरी के वाहनों को मुनाफा लेकर मायापुरी निवासी सरदार मंदीप को बेच देते थे। मंदीप उस वाहन को काट देता था। सीओ ने बताया आर्यन व सन्नी 24 जुलाई को चोरी की गई कार को दिल्ली लेकर जा रहे थे, लेकिन जिला बागपत की रमाला पुलिस चौकी पर चेकिंग की वजह से वे कार को छोड़कर भाग गए थे। चार सितंबर को चोरी कार को सन्नी व आर्यन ने दीपक व प्रदीप को बेच दी थी। उन दोनों ने मंदीप को बेचकर कार कटवा दी। इसके बाद 11 सितंबर को चोरी की गई कार को जब वे बेचने जा रहे थे तो रास्ते में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।