शामली। जिले के सरकारी स्कूलो की दशा अब सुधरने वाली है। जिले के 24 सरकारी स्कूलों में अब जबरदस्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए करोडों का बजट खर्च किया जाएगा।
शामली जिले के परिषदीय, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट स्कूलों का अब कृषि विभाग के फंड से कायाकल्प किया जाएगा और इसके लिए 24 स्कूल चिह्नित किए गए है। इन स्कूलों में एक करोड़ 13 लाख रुपये की लागत से कार्य कराने की तैयारी कर ली है।
शिक्षा विभाग ने सूची तैयार कर डीएम के पास भेज दी है। जल्द ही सभी स्कूलों का कायाकल्प करने के लिए कार्य शुरू किया जाएगा। सबसे अधिक स्कूल शामली तहसील के शामिल किए गए है और इनमें जो कार्य अधूरे है उनको पूरा किया जाएगा।
जनपद में करीब 596 परिषदीय, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट स्कूल है और इनकी हालत काफी खराब है। इनका कायाकल्प कराने के लिए विभिन्न फंड से बजट जाता है। अब कृषि विभाग ने भी स्कूलों का कायाकल्प कराने के लिए फंड जारी किया है।
कृषि विभाग ने जनपद के 24 परिषदीय, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट स्कूलों का कायाकल्प करने के लिए एक करोड़ 13 लाख 85 हजार 593 रुपये जारी किए है। यह रुपया चारदीवारी, शौचालय निर्माण, मरम्मत, बैंच आदि पर खर्च किया जाएगा।
बीएसए कोमल ने बताया कि सूची तैयार कर ली गई है और खंड शिक्षा अधिकारियों को इसके लिए आदेश जारी कर दिए गए है, ताकि कार्य को समय से किया जा सके।
जिन स्कूलों का कायाकल्प किया जाएगा उनमें ऊन तहसील के उच्च प्राथमिक विद्यालय दथैड़ा, कंपोजिट विद्यालय ढिढाली, प्राथमिक विद्यालय नंबर एक, कंपोजिट विद्यालय ऊन, प्राथमिक विद्यालय राझड, कंपोजिट विद्यालय हथछोया, प्राथमिक विद्यालय गढीहसनपुर, प्राथमिक विद्यालय रगाना, कैराना तहसील के उच्च प्राथमिक विद्यालय तितरवाडा, प्राथमिक विद्यालय गढ़ी रामकौर, प्राथमिक विद्यालय गंगेरू, उच्च प्राथमिक विद्यालय खेडा कुरतान, शामली तहसील के उच्च प्राथमिक विद्यालय भाजू, उच्च प्राथमिक विद्यालय गौसगढ, उच्च प्राथमिक विद्यालय हरड फतेहपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय जलालाबाद, उच्च प्राथमिक विद्यालय कादरगढ़ खेड़ी, प्राथमिक विद्यालय नाला, खंद्रावली, रसूलपुर गुजरान, कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भभीसा, उच्च प्राथमिक विद्यालय भभीसा, कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय हुरमजपुर शामिल है।