शामली। कैराना में एक दिन पहले अप्रशिक्षित डॉक्टर की लापरवाही से एक नवजात की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग एक्शन में आ गया है। वहीं, शनिवार को सीएमओ के निर्देश पर एसीएमओ ने अप्रशिक्षित डॉक्टर के क्लीनिक की जांच की तो उनके पास डिग्री नहीं मिली। जिसके बाद उक्त क्लीनिक के साथ ही एक अन्य क्लीनिक को सील किया गया और तीसरे क्लीनिक को नोटिस जारी किया गया है।

गांव बीबीपुर हटिया निवासी तैय्यब शुक्रवार को अपने नवजात बच्चे के पेट से पानी निकलवाने के लिए आर्यपुरी स्थित आयत चाईल्ड क्लीनिक पर पहुंचा था। जहां पर अप्रशिक्षित डॉक्टर ने बच्चों को सांस लेने में दिक्कत बताते हुए उसे पानीपत रेफर कर दिया। बच्चे के पिता का आरोप था कि अप्रशिक्षित डॉक्टर द्वारा 900 रुपये लेकर उसे ऑक्सीजन का सिलेंडर दिया। जिस कारण पानीपत ले जाते समय सनौली के पास ही ऑक्सीजन खत्म हो गई। जिससे नवजात की मौत हो गई। हालांकि बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था।
वहीं, मामला मीडिया में आने के बाद सीएमओ संजय अग्रवाल ने एसीएमओ विनोद कुमार को उक्त अप्रशिक्षित डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। शनिवार को सीएमओ के निर्देश पर एसीएमओ डॉ. विनोद कुमार आर्यपुरी स्थित आयत चाइल्ड क्लिनिक पहुंचे, जहां पर उन्होंने क्लीनिक से संबंधित कागज चेक किए और राशिद अली की डिग्री मांगी, लेकिन उनके पास कोई डिग्री नहीं मिली। इस दौरान वे क्लीनिक से संबंधित कोई कागज भी नहीं दिखा पाए। जिसके बाद एसीएमओ ने उक्त क्लीनिक को सील कर दिया।
इसके बाद एसीएमओ जैन बाग स्थित सरकारी अस्पताल रोड पर मलिक चाइल्ड केयर सेंटर पर पहुंचे। यहां पर भी डॉक्टर जुनैद के पास डिग्री नहीं मिली। इसको भी एसीएमओ ने सील कर दिया। इसके अलावा एसीएमओ आर्यपुरी स्थित दुआ चाइल्ड हेल्थ केयर क्लीनिक पर पहुंचे। यहां पर क्लीनिक के बोर्ड पर एमबीबीएस डॉक्टर देवानंद झा का नाम लिखा मिला। जिसके बाद एसीएमओ ने डॉक्टर की उपस्थिति के बारे में जानकारी की तो पता लगा कि डॉक्टर तो पानीपत में बैठते हैं।
इसके अलावा क्लीनिक के डॉक्टर बिलाल के पास बीएएमएस की डिग्री के पेपर मिले। जो केवल आर्युवेद की होती है। ऐसे डाक्टरों को केवल ओपीडी की अनुमति है। मरीज भर्ती करने की अनुमति नहीं हैं, लेकिन क्लीनिक के अंदर दो मरीज व दो बच्चे भर्ती मिले। इसके बाद एसीएमओ ने उक्त क्लीनिक संचालक को नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए कहा।
वहीं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा अप्रशिक्षित डॉक्टरों के विरुद्ध की गई छापामारी की सूचना पर अन्य अप्रशिक्षित डॉक्टरों में हड़कंप मचा रहा। एसीएमओ विनोद कुमार ने बताया कि दो क्लीनिक सील किए गए हैं। एक क्लीनिक को नोटिस जारी किया गया हैं।

अप्रशिक्षित डॉक्टर की लापरवाही से नवजात की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग नींद से जगा है, लेकिन कैराना नगर सहित आसपास के गांवों में दर्जनों अप्रशिक्षित डॉक्टर बिना किसी डिग्री के क्लीनिक खोलकर बैठे हैं और मासूम बच्चों व लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहें हैं। शनिवार को सीएमओ के निर्देश पर एसीएमओ विनोद कुमार ने मात्र दो क्लीनिक सील किए और तीसरे क्लीनिक को नोटिस जारी कर खानापूर्ति की गई हैं, जबकि इनके अलावा किसी भी क्लीनिक की न तो जांच की गई है और न ही उन तक एसीएमओ पहुंच सके।