शामली। जलालाबाद के गोसगढ़ गांव में जंगली जानवर ने हमला कर छह ग्रामीणों को घायल कर दिया। हमलावर जानवर को तेंदुआ अथवा भेड़िया बताया जा रहा है। हमले के बाद से गांव के लोगों में दहशत बन गई है। हालत ये है कि अब ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर झुंड बनाकर खेतों में जा रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायत के बाद वन विभाग की टीम जानवर को ढूंढने में जुट गई है। वन विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए के हमले की बात से इनकार किया है।

ग्राम प्रधान चौधरी संगीता रोड ने बताया कि शुक्रवार तड़के ग्रामीण राजकिशोर पुत्र तारा चंद, बालेश्वर पुत्र सीताराम, धर्मपाल पुत्र पुन्ना टहलने के लिए गए थे। उसी समय जंगली जानवर ने बालेश्वर पर हमला कर दिया। हमला होते देख धर्मपाल व राजकिशोर उसे बचाने में लग गए। हमले में तीनों घायल हो गए। हालांकि धर्मपाल व राजकिशोर को कम चोटें आईं, लेकिन बालेश्वर गंभीर रूप से घायल हो गया। बालेश्वर का कस्बे के सामुदायिक चिकित्सालय में उपचार कराया। तीनों का कहना है कि तेंदुए ने ही उन पर हमला किया है।

वहीं गांव के ही यशपाल पुत्र नत्थू राम, विपिन पुत्र इंदर शाम के समय खेत पर काम करने के लिए गए थे। इस दौरान अलग-अलग समय पर जंगली जानवर ने दोनों पर हमला कर दिया। इस दौरान दोनों घायल हो गए। हमले के दौरान दोनों ने बमुश्किल मौके से भागकर अपनी जान बचाई। उधर गांव के ही संजय पुत्र छांगा बृहस्पतिवार की देर रात 11 बजे दूध बेचकर गांव लौट रहा था। गांव से कुछ दूरी पर ही जंगली जानवर ने संजय पर भी हमला कर दिया। इस दौरान संजय भी घायल हो गया। ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो मौके पर संजय घायल अवस्था में मिला।

ग्रामीणों पर हमले से लोगों में दहशत बन गई है। ग्राम प्रधान का कहना है कि कुछ लोग जंगली जानवर को तेंदुआ बता रहे हैं तो कुछ लोग उसे भेड़िया बता रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने वन विभाग को शिकायत की है। एक बार वन विभाग की टीम गांव में जाकर जांच कर जा चुकी है। लेकिन अभी तक जंगली जानवर उनकी पकड़ से बाहर है। बताया कि ग्रामीणों में भय के माहौल को देखते हुए दोबारा वन विभाग को शिकायत कर जंगली जानवर को पकड़ने की मांग की गई है। यदि वन विभाग की टीम इस मामले में सुस्ती बरतती है तो वह जल्द जिलाधिकारी से शिकायत कर मामले में कार्रवाई करने की मांग करेंगे।

वन विभाग के डीएफओ जगदेव का कहना है कि गांव में कुछ ग्रामीण तेंदुए द्वारा हमले का दावा कर रहे थे। मगर जांच में तेंदुए के पैरों जैसे कोई निशान नहीं मिले हैं। माना जा रहा है कि कुत्ते या फिर किसी अन्य जानवर ने हमला किया है। फिर भी टीम लगी है।