शामली। बिजली कनेक्शन काटने, बकाया गन्ना भुगतान, शामली तहसील में भ्रष्टाचार, बाढ़ में तबाह हुई फसल का मुआवजा दिए जाने आदि मांगो को लेकर भाकियू टिकैत का कलक्ट्रेट परिसर में बेमियादी धरना शुरू हो गया है। कलक्ट्रेट कार्यालय में ट्रैक्टर अंदर जाने को लेकर किसानों और जिला प्रशासन के अफसरों में नोक झोंक हुई। बाद में चंद ट्रैक्टरों को ही कलक्ट्रेट परिसर में जाने की अनुमति दी। पूरे दिन किसानों की सुनवाई के लिए कोई भी जिलास्तरीय अधिकारी धरना स्थल पर नहीं पहुंचा।
मंगलवार को कलक्ट्रेट में भाकियू टिकैत के जिलाध्यक्ष कालेंद्र मलिक के नेतृत्व में समर्थक किसानों ने डेरा डाल दिया। किसानों के भोजन के लिए भट्टी चढ़ाई गई। देर रात कलाकारों ने रागनी कार्यक्रम शुरू कर दिया । किसानों के ट्रैक्टर कलक्ट्रेट परिसर में आने पर पुलिस कर्मियों और अफसरों की किसानों से नोक झोंक हुई। पुलिस कर्मियों ने ट्रैक्टरों को कलक्ट्रेट के बाहर ही रुकवा दिया। बाद में धरना स्थल का शमियाना, किसानों के भोजन की भट्टियों आदि सामान को अंदर ले जाने के लिए चंद ट्रैक्टरों को कलक्ट्रेट परिसर में आने की अनुमति दी गई।
भाकियू जिलाध्यक्ष कालेंद्र सिह ने कहा कि विद्युत विभाग द्वारा अवैध छापेमारी करने,फर्जी तरीके से किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाने, किसानों से अवैध वसूली, कनेक्शन काटे जाने को लेकर धरना दिया जा रहा है। भाकियू नेताओं ने कहा कि शामली तहसील में कर्मचारियों की ओर से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। धरने की अध्यक्षता सरदार पाले सिंह ने की। भाकियू कार्यकर्ता विदेश मलिक भी विचार रखे। बुधवार को दिल्ली- देहरादून इकोनामिक काॅरिडोर एक्सप्रेसवे की समस्याओं को लेकर किसान धरना स्थल पर समर्थन करने आएंगे।
भाकियू टिकैत जिलाध्यक्ष कालेद्र मलिक, रविंद्र लांक ,कालू राम,ऋषिपाल लंबरदार, जयवीर सिंह मुखिया, सतपाल पहलवान, ठाकुर वीर सिंह, मुनव्वर हसन, योगेंद्र पवार अब्बास प्रमुख कैराना, डाक्टर उदयवीर सिंह, अजयवीर त्यागी, दिल बहार हसन, ईश्वर सिंह फाैजी, अजय पंडोरा, गौतम पंवार,धमेद्र मलिक मौजूद रहे। देर रात एडीएम संतोष कुमार ने बताया कि धरना स्थल पर एसडीएम की ओर से किसानों से वार्ता की गई है। संचालन अजय वीर सिंह त्यागी की ओर से किया गया।