शामली। आदर्श मंडी थानाक्षेत्र के कस्बा बनत से दो माह से लापता बनत निवासी श्रमिक सुदेश (45) की हत्या बनत गांव के ही बाप-बेटे ने मात्र 700 रुपये की खातिर की थी।

पिता ने श्रमिक को खेत में काम के लिए 700 रुपये एडवांस दिए थे मगर वह काम नहीं कर रहा था। दोनों ने श्रमिक को शराब पिलाने के बाद पीटकर उसकी हत्या कर दी और शव को पेट्रोल डालकर जला दिया। पुलिस ने दोनों आरोपी बाप-बेटे को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया।

कस्बा बनत के मोहल्ला आजाद नगर निवासी सुदेश 13 नवंबर 2024 से लापता चल रहा था। परिजनों ने उसकी तलाश की लेकिन जब उनका पता नहीं चल पाया था। उसके पुत्र शुभम की तरफ से 16 नवंबर को गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। इसके बाद 21 नवंबर को थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिसमें कस्बे के बाल सिंह व उनके पुत्र रवि पर खेत पर काम करने के लिए घर से बुलाकर ले जाने का आरोप लगाया था।

मंगलवार को बनत गांव के पास ग्रामीणों को एक प्लाट में मानव खोपड़ी और हड्डियां पड़ी मिलीं थीं। परिजनों ने अधजले कपड़े, पैर में पड़ी राड के आधार पर मृतक की पहचान सुदेश के रूप में की थी।

एसपी रामसेवक गौतम ने बताया कि इस मामले में आदर्श मंडी थाना पुलिस ने बनत के रहने वाले बाल सिंह और उसके बेटे रवि को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने सुदेश को अपने खेत में मजदूरी करने के लिए 700 रुपये एडवांस दिए थे। मगर वह मजदूरी नहीं कर रहा था। बार-बार मांगने के बावजूद रुपये नहीं दिए जा रहे थे। जिस पर बाप-बेटे ने सुदेश की हत्या का षड्यंत्र रचा।

उसे घर से बुलाकर खेत में ही शराब पिलाई इसके बाद दोनों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। बाद में शव की पहचान नहीं हो, उसके शव में एक प्लांट में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों का चालान कर दिया।
पुलिस के अनुसार, हत्याकांड को अंजाम देने के बाद बाल सिंह जहां अपने घर चला गया था। वहीं रवि दिल्ली अपनी रिश्तेदारी में चला गया था। उसे डर था कि कहीं पुलिस पकड़ न ले। यही नहीं, पुलिस की हर तरह की गतिविधियों की जानकारी भी दोनों ग्रामीणों ओर अन्य लोगों से हासिल कर रहे थे।