शामली। कांवड़ यात्रा के दौरान शुचिता बनाए रखने के लिए खाद्य पदार्थों की दुकानों, होटल व ढाबों पर संचालकों ने रेट लिस्ट के साथ ही अपने नाम अंकित कर पर्चे लगाने का सिलसिला जारी है। उधर, हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर समुदाय विशेष के लोगों पर नाम बदलकर दुकान चलाने का आरोप लगाया। वहीं ऊन में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। सरकार ने कांवड़ मार्ग पर होटल ढाबों व खाद्य पदार्थों की दुकानों पर रेट लिस्ट के साथ संचालकों और स्टाफ के नाम स्पष्ट रूप से अंकित करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
शनिवार को बनत में कांवड़ मार्ग पर हकीकत नगर निवासी वसीम ने ढाबे पर अपना व कारीगर सलमान का नाम लिखकर पर्चा लगाया है। वसीम ने बताया वह अपने ढाबे पर कांवड़ यात्रा के दौरान छोले चावल व कढ़ी चावल की बिक्री करेंगे। बनत निवासी चाय विक्रेता मोहम्मद उमर और फल विक्रेता चंदन सिंह ने भी अपने नाम लिखे पर्चे चस्पा कर दिए हैं। उनका कहना है कि नाम लिखने से उनकी पहचान स्पष्ट होगी तो किसी तरह का विवाद होने की गुंजाइश नहीं रहेगी। वह सरकार के इस फैसले से सहमत है।
उधर, हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी रविंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक रामसेवक गौतम के नाम दिए ज्ञापन में कहा कि विशेष समुदाय के लोग नाम बदलकर ढाबा, चाय, जूस व अन्य खाद्य पदार्थों की दुकानें चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने वास्तविक नाम से ही दुकान खोलें। अन्यथा हिंदू रक्षा दल ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
हिंदू रक्षा दल के जिलाध्यक्ष दीपक मालिक और भगवान सिंह ने कहा पूर्व में कांवड़ यात्रा में हुए पथराव को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से निगरानी रखे और कांवड़ मार्ग पर मीट की दुकानों को कांवड़ यात्रा तक पूर्ण रूप से बंद कराई जाएं। इसके अलावा समुदाय विशेष के लोगों को हिदायत दी जाए कि दुकानों से हिंदू देवी देवताओं के नाम और हिंदू नाम तत्काल प्रभाव से हटाए जाएं।
बाबरी थानाक्षेत्र में कांवड़ मार्ग पर स्थित ढाबे पर लगाए फ्लैक्स पर संचालक ने अपना नाम छोटे अक्षरों में अंकित किया है, जिसे दूर से पढ़ा नहीं जाता जबकि ढाबे का नाम बड़ा लिखा है। जबकि सरकार के स्पष्ट निर्देश है कि ढाबा संचालक अपना नाम स्पष्ट और बड़े अक्षरों में अंकित करेंगे।