शामली। डीएम जसजीत कौर ने अधिकारियों से कहा कि कृष्णा नदी किनारे के गांवों व नगर निकायों में पशुचर की भूमि को कब्जा मुक्त कराकर उन पर पौधरोपण किया जाए।

कलक्ट्रेट के सभागार में सोमवार को जिला गंगा समिति और जिला पर्यावरण समिति की बैठक आयोजित हुई। इस अवसर पर डीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गंगा और उसकी सहायक नदियों में प्रवाहित होने वाले नालों पर हो रहे काम की प्रगति रिपोर्ट और नदियों में गिरने वाले नालों का पानी पहले शुद्ध किया जाए, उसके बाद नदियों में प्रवाहित किया जाए। साथ ही यह भी निर्देश दिए कि कृष्णा नदी के किनारे स्थित समस्त ग्रामों व नगर निकायों में पशुचर की भूमि पर हुए अतिक्रमण को चिन्हित कर उसकी सूची राजस्व विभाग को उपलब्ध कराकर कब्जा मुक्त कराएं और उस पर वृक्षारोपण कराएं।

सीडीओ शंभूनाथ तिवारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी और खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी ग्राम पंचायतों में जैव विविधता समिति का गठन किया जाए। इसके साथ ही जैव विविधता रजिस्टर तैयार कर सूची सहित प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में यथाशीघ्र उपलब्ध कराए। बैठक में अधिकारियों ने जल निगम और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिए कि अभी तक कुल कितने स्थलों पर पानी की गुणवत्ता की जांच हुई है, उसकी सूची प्रभागीय कार्यालय में उपलब्ध कराई जाए।

प्रभागीय वनाधिकारी कन्हैया पटेल ने बताया कि मामौर झील को पर्यटक के रूप में विकसित किये जाने की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही झील के चारों तरफ पौधरोपण कराकर उसका सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। इस अवसर पर सीएमओ डॉ. संजय अग्रवाल, जिला पंचायत राज अधिकारी नंदलाल, समस्त खंड विकास अधिकारी और नगर निकायों के अधिशासी अधिकारी आदि मौजू