कांधला। थाना क्षेत्र के गांव गंगेरू में मंगलवार को खाली प्लाॅट में राज मिस्त्री मुनव्वर और मकान मालिक का पुत्र उजेर पिलर बनाते समय बिजली के हाई टेंशन लाइन के चपेट में आने से झुलस गए। दोनों की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। गुस्साए लोगों ने ऊर्जा निगम की लापरवाही से हादसे का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।

गांव गंगेरू निवासी जुबेर गांव में ही नई बस्ती में खाली पड़े प्लॉट में मकान बनवा रहा है। मंगलवार को गांव गढ़ी श्याम निवासी राजमिस्त्री मुनव्वर (27) पुत्र वकील और मकान मालिक का पुत्र उजेर (19) पिलर बनाने का कार्य कर रहे थे। इस दौरान पिलर सरिया मकान के ऊपर से जा रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। उसमें करंट आने से मुनव्वर और उजेर झुलस गए। आसपास के लोगों ने दोनों घायलों को कस्बे के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया।

चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही दोनों की मौत हो गई। मौत की सूचना से परिजनों में कोहराम मच गया। जुबेर का कहना है कि मामले की शिकायत अधिकारियों से भी की जाएगी।

लोगों ने हंगामा करते हुए आरोप लगाया कि कई बार प्लॉट और मकानों के ऊपर से जा रही लाइन को हटवाने की मांग ऊर्जा निगम के अधिकारियों से की जा चुकी है, मगर सुनवाई नहीं की जा रही। ऊर्जा निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही हादसा हुआ है। मामले को लेकर लोगों ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करने की भी चेतावनी दी। बाद में गण्यमान्य लोगों के कहने पर ही लोग शांत हो गए। अधीक्षण अभियंता राजेश तोमर का कहना है कि गंगेरू में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से दो की मौत की जानकारी नहीं है। जानकारी कराकर लाइन को जल्द ही हटवाया जाएगा।

उजेर तीन बहनों का इकलौता भाई था। इकलौते भाई की मौत से बहनों का रो रो कर बुरा हाल है तीनों बहन बार-बार बेहोश होकर जमीन पर अचेत हो रही थी। मृतक राजमिस्त्री के परिवार के मुकीम का कहना है कि परिवार में राजमिस्त्री ही कमाने वाला था जिसके कंधों पर पत्नी के अलावा तीन बच्चों का भार था। अब उसके परिवार के समक्ष दो वक्त की रोजी रोटी का भी संकट खड़ा हो गया है।

गांव के लोगों का आरोप है कि जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां पर अवैध रूप के प्लाॅटिंग की जा रही थी। वहां पर प्लाॅट लेने वाले लोगों ने जमीन मालिक को कई बार बोला की जमीन को आबादी में दर्ज कराने के बाद हाईटेंशन लाइन को यहां से हटवा दो पर जमीन मालिक और ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने भी कोई सुनवाई नहीं की। जुबेर ने बताया कि जिस प्लाॅट में निर्माण कार्य कराया जा रहा था वह उसका है उसने कुछ समय पूर्व ही डीलर से प्लाॅट खरीदा था।