शामली. यूपी के शामली से वैभव चौधरी ने अपने सपने को पूरा करने के लिए पहली सीढ़ी पर कदम रख दिया है। रणजी टॉफी के लिए वैभव चौधरी का चयन होना न केवल परिवार के लिए बल्कि गांव और पूरे जनपद के लिए हर्ष का विषय है। परिजन एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं।

प्रतिभाएं कब कहां जन्म ले या नहीं कहा जा सकता इसका ताजा उदाहरण है, वैभव चौधरी। वैभव चौधरी शामली जनपद के गांव सिलावर के निवासी हैं, इनके पिता राजीव पेशे से एक साधारण किसान है। वैभव चौधरी के सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने बेटे को पूरा सहयोग दिया है। अभी वैभव चौधरी का चयन रणजी के लिए हुआ है।

मार्च माह में कर्नाटक और यूपी का मैच है। जिसमें यूपी की तरफ से वैभव चौधरी रणजी ट्रॉफी के लिए खेलेंगे। वैभव चौधरी के परिजनों का कहना है कि वैभव का शुरू से ही खेल के प्रति लगाव था और वह अधिकतर क्रिकेट खेलने में रुचि लेते थे। राजीव का सपना भी है कि वह एक दिन देश के लिए जरूर खेले।