शामली। कुड़ाना के ग्रामीण को मृत दर्शाकर उसकी भूमि गलत वारिसों के नाम दर्ज किए जाने के मामले में डीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है। 24 घंटे के भीतर एसओसी (सहायक चकबंदी अधिकारी) ने जयपाल के पक्ष में आदेश भी कर दिया है।

कुड़ाना निवासी जयपाल शनिवार को थाना समाधान दिवस में शिकायत लेकर पहुंचा था कि उसे मृत दर्शाकर उसकी भूमि गलत वारिसों के नाम दर्ज कर दी गई है। मंगलवार को वह डीएम से उनके कार्यालय में मिला और शिकायती पत्र सौंपा था।

उसने बताया था कि कागजातों में उसे मृत दर्शाकर उसकी भूमि गलत वारिसों के नाम दर्ज कर दी गई। वह लंबे अरसे से शिकायत लेकर अधिकारियों के यहां चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एडीएम संतोष कुमार सिंह को प्रकरण की जांच कराने को कहा था।

एडीएम ने एसओसी चकबंदी (सहायक चकबंदी अधिकारी) को तत्काल जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए थे। जिस पर एसओसी ने 24 घंटे के भीतर जयपाल के पक्ष में भूमि का आदेश कर दिया। इस प्रकरण में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने वाले लेखपाल ललित शर्मा को भी निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। साथ ही तत्कालीन कानूनगो व सहायक चकबंदी अधिकारी अंकुर चहल पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। डीएम जसजीत कौर का कहना है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिससे भविष्य में कोई भी अधिकारी-कर्मचारी ऐसी लापरवाही न करें।