शामली, चौसाना। खोड़समा में प्रदेश सरकार की संरक्षित भूमि पर अजीजपुर व अब्दाननगर के कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर गन्ना, सरसों व गेहूं की फसल उगा ली। एसडीएम और तहसीलदार फोर्स के साथ गांव में पहुंचे और कब्जे वाली करीब 250 बीघा भूमि पर खड़ी फसल पर पांच ट्रैक्टरों की मदद से फसल को नष्ट कर दिया। कब्जाधारी पुलिस को देखकर भाग निकले।

चौसाना चौकी क्षेत्र के खोड़समा गांव में प्रदेश सरकार की संरक्षित करीब 317 बीघा भूमि में से 250 बीघा भूमि पर अजीजपुर व अब्दाननगर के लोगों ने कब्जा कर गन्ना, सरसों व गेहूं की फसल उगा ली थी। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने डीएम से की। शिकायत पर जांच के बाद एसडीएम निकिता शर्मा व तहसीलदार सचिन कुमार चार सदस्य लेखपालों की टीम के साथ गांव में पहुंचे और पांच ट्रैक्टर से खड़ी फसल नष्ट कर दी। एसडीएम को पुलिसबल के साथ जंगल में देखकर कब्जाधारी मौके से भाग निकले।

बता दें कि पिछले वर्ष अगस्त माह में भी प्रशासनिक टीम ने कब्जाधारियों से भूमि को कब्जा मुक्त कराया था, लेकिन फिर से कब्जा हो जाने के कारण मंगलवार को फसल को फिर से नष्ट कराया गया। अधिकारियों ने बताया कि कब्जा मुक्ति व आरोपियों पर कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही है।

अगस्त में एसडीएम निकिता शर्मा की अगुवाई में राजस्व टीम ने पुलिसबल की मौजूदगी में गन्ना, धान, पशुओं का चारा व उड़द की फसल को नष्ट करते हुए संरक्षित भूमि को पंचायत के सुपुर्द कर दिया था। बाद में आरोपियों ने फिर से भूमि पर कब्जा कर लिया था और धान की फसल भी ले ली। इसके बाद गेहूं, गन्ना और सरसों की फसल की बुवाई कर दी।

भूमि गांव में 317 बीघा भूमि आरक्षित है। वर्ष 2019-21 के बीच भूमि को नीलाम करके मांगेराम निवासी अब्दाननगर को आवंटित की गई थी। मांगेराम को भूमि का आवंटन करने से प्रशासन को 15 लाख का राजस्व भी प्राप्त हुआ था। जिसके बाद से तहसील प्रशासन ने भूमि का आवंटन नहीं किया। खाली पड़ी भूमि पर कुछ लोग कब्जा कर सरकार को चूना लगा रहे हैं।

ग्रामीणों की शिकायत एवं उच्चाधिकारियों की जांच प्रक्रिया के बाद भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया है। पूर्व में भी भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया था, लेकिन कब्जा धारियों ने फिर से फसल उगा ली थी। कब्जाधारियों पर कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी।