शामली। भाजपा ने निकाय चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कमल खिलाने का रोडमैप तैयार किया है। पार्टी के कद्दावर नेता अन्य राजनीतिक दलों से पहले चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। पिछले चुनाव में भाजपा ने बनत सीट पर महज 52 वोटों से जीत दर्ज की थी। मुख्यमंत्री योगी की पहली बार निकाय चुनाव में जिले में आ रहे हैं। अब देखना है कि भाजपा इस चुनाव में कितनी बढ़त बना पाती है।
पिछले निकाय चुनाव में भाजपा ने जिले के 10 निकाय में से 8 पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। गढ़ीपुख्ता और कैराना में भाजपा को कोई प्रत्याशी नहीं था। चुनाव में भाजपा सिर्फ बनत नगर पंचायत सीट मामूली अंतर से जीत पाई थी। यहां से राजीव 52 वोट से विजयी हुए थे। अन्य सात सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। शामली और कांधला नगर पालिका के साथ ही एलम, ऊन नगर पंचायत में भाजपा के प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे थे। जबकि जलालाबाद, झिंझाना और थानाभवन नगर पंचायत में भाजपा प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे थे।
बसपा ने पिछले चुनाव में तीन सीट जीती थी। जिसमें कांधला, जलालाबाद और ऊन नगर पंचायत शामिल हैं। जबकि छह सीटों पर निर्दलीय जीते थे। इस निकाय चुनाव में भाजपा के टिकट को लेकर लगभग सभी सीटों पर काफी जद्दोजहद सामने आई है। कांधला में टिकट न मिलने पर सभासद दीपक सैनी ने जहर खाकर अपनी जान तक दे दी। टिकट न मिलने पर पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी देखी गई है। इस बार सभी निकायों के अध्यक्ष पद पर भाजपा के प्रत्याशी उतरे हैं। ऐसे में भाजपा के लिए इस बार भी यह चुनाव मुश्किल दिखाई दे रहा है। पार्टी का प्रदर्शन पिछले चुनाव से कितना बेहतर होगा, यह तो मतगणना के बाद ही स्पष्ट होगा।