शामली। भ्रष्टाचार निवारण संगठन उप्र (एंटी क्रप्शन) के मंडल स्तरीय थाना सहारनपुर और मेरठ की टीम ने शामली तहसील के लेखपाल को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। लेखपाल ने जमीन की कुर्रे बंदी की एवज में किसान से 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई थी। आरोपी लेखपाल के विरुद्ध थाना आदर्श मंडी पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। लेखपाल को मेरठ न्यायालय में बृहस्पतिवार को पेश किया जाएगा।
जिला मुजफ्फरनगर के थाना रतनपुरी क्षेत्र के गांव मथेड़ी निवासी अमरदीप की ननिहाल बाबरी थानाक्षेत्र के गांव बंतीखेड़ा है। अमरदीप का कहना है कि उसकी मां के नाम उसके नाना ने कुछ जमीन कर दी थी, लेकिन परिवार के लोगों ने उस पर कब्जा कर रखा था। इस मामले की शिकायत एसडीएम सदर के यहां की गई थी। एसडीएम ने सुनवाई करते हुए हल्का लेखपाल वसीम चौहान को जमीन की कुर्रे बंदी करने के आदेश दिए थे।
आरोप है कि लेखपाल ने किसान से कुर्रे बंदी की एवज में पहले 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग की, लेकिन बाद में 30 हजार रुपये में लेखपाल तैयार हो गया। जिसमें 15 हजार रुपये पहले और बाकी के 15 हजार रुपये काम पूरा होने के बाद देना तय हुआ। अमरदीप ने दो दिन पहले इस मामले की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन उप्र के मंडल स्तरीय थाना सहारनपुर से की थी। इसके बाद लेखपाल को रंगे हाथ पकड़ने के लिए योजना बनाई गई।
बुधवार को सहारनपुर व मेरठ थाने की आठ सदस्यीय टीम शामली पहुंची। अमरदीप ने पहली किस्त के 15 हजार रुपये देने के लिए लेखपाल को फोन किया। लेखपाल ने उसे बनत के निकट कृष्णा नदी पुल के पार शामली-मुजफ्फरनगर मार्ग पर रुपये देने के लिए बुलाया। दोपहर को लेखपाल बाइक से वहां पहुंचा और किसान ने टीम द्वारा ट्रीट किए हुए 500-500 के 30 नोट यानि 15 हजार रुपये थमाए तो तुरंत टीम ने लेखपाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया।
इसके बाद टीम ने लेखपाल से आदर्श मंडी थाने ले जाकर पूछताछ की। शाम को सहारनपुर थाने की इंस्पेक्टर अंजू भदौरिया की तरफ से आदर्श मंडी थाने पर लेखपाल वसीम चौहान के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इंस्पेक्टर ने बताया बृहस्पतिवार को मेरठ न्यायालय में लेखपाल को पेश किया जाएगा।