कैराना (शामली)। गांव बसेड़ा व मंडावर के बीच खनन पट्टा शुरू होने से पहले ही माफिया द्वारा अवैध खनन किए जाने की सूचना पर देर रात एसडीएम व सीओ ने भारी पुलिस फोर्स के साथ छापा मारा। अधिकारियों की छापेमारी की सूचना लीक हो गई जिस कारण खनन माफिया मौके से जेसीबी मशीनें व रेत के वाहन लेकर फरार हो गए। अधिकारियों ने मौके से एक जेसीबी मशीन व एक डंपर को पकड़ लिया। मामले की रिपोर्ट एडीएम को भेजी गई हैं। साथ ही माइनिंग ऑफिसर को भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाएगा।

मंगलवार की रात करीब एक बजे गांव बसेड़ा व मंडावर के बीच यमुना नदी में अवैध रेत खनन की सूचना पर एसडीएम स्वप्निल यादव व पुलिस क्षेत्राधिकार अमरदीप मौर्य ने भारी पुलिस फोर्स के साथ प्राइवेट गाड़ियों से छापा मारा। एसडीएम स्वप्निल यादव ने बताया कि छापे से पहले ही रेत खनन बंद कर आरोपी भाग गए थे। मौके पर जेसीबी का इंजन गर्म पाया गया। मौके पर भारी मात्रा में खनन किया गया था। जेसीबी और डंपर के टायरों पर भी गीले रेत के निशान मौजूद थे। दोनों वाहनों की सीज की कार्रवाई के लिए एडीएम को पत्र लिखा गया है।

डीएम के निर्देश पर देर रात अवैध खनन की सूचना पर छापा मारा गया था। मौके से एक जेसीबी मशीन व एक खाली डंपर पकड़ा गया है। छापेमार कार्रवाई की रिपोर्ट एडीएम को भेजी गई है। वहीं अवैध खनन पर छापेमार कार्रवाई की सूचना लीक किए जाने की जांच सीओ द्वारा की जा रही है। खनन अधिकारी को भी अवैध खनन पर रोक लगाने व कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा जाएगा। – स्वप्निल यादव, एसडीएम

बरसात के चलते एक जुलाई से एक अक्तूबर तक खनन बंद रहता है। वहीं तहसील क्षेत्र के गांव मंडावर, नगलाराई व मामौर में नियमानुसार प्रशासन द्वारा पांच साल के लिए रेत खनन के पट्टे आवंटित किए गए हैं। बरसात से पहले उक्त खनन ठेकेदारों द्वारा यमुना नदी से रेत निकालकर अलग-अलग सुरक्षित स्थानों पर रेत के स्टॉक लगा दिए थे। बताया गया कि रेत के सभी स्टॉक करीब 15 दिन पूर्व खत्म हो गए थे। इस कारण खनन माफिया ने सभी खनन प्वाइंटों के आसपास अवैध खनन शुरू कराया हुआ है। पिछले एक सप्ताह से गांव मंडावर व बसेड़ा के बीच, नगलाराई खनन पॉइंट के पास व मामौर से आगे सहपत के पास रात में स्थानीय कुछ खनन माफिया अवैध खनन के कार्य को बड़े स्तर पर अंजाम दे रहे हैं।