शामली: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर जनपद के अधिवक्ताओं ने न्याय कार्य से विरत रहकर धरना प्रदर्शन किया। बुधवार को जिला मुख्यालय पर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजेंद्र कुमार तथा महासचिव सत्येंद्र कुमार शर्मा के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया।
धरने को संबोधित करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना को लेकर पिछले करीब 60 वर्षों से आंदोलन चल रहा है लेकिन सरकारों ने आज तक यह मांग पूरी नहीं की है जबकि पश्चिमी जान उत्तर प्रदेश की जनसंख्या को न्याय पाने के लिए इलाहाबाद में लखनऊ करीब 800 किलोमीटर की दूरी तय करके जाना पड़ता है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश से दिल्ली हाईकोर्ट की दूरी 100 किलोमीटर, राजस्थान हाईकोर्ट की दूरी 300 किलोमीटर, उत्तराखंड हाईकोर्ट की दूरी लगभग 200 किलोमीटर और पंजाब-हरियाणा की दूरी लगभग 200 किलोमीटर है। इतना ही नहीं, लाहौर हाईकोर्ट की दूरी भी लगभग 400 किलोमीटर है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हाईकोर्ट तथा हाईकोर्ट बेंच लखनऊ तक दूरी तय करने में गरीब वादकारियों के धन और समय की बर्बादी होती है। अधिवक्ताओं ने कहा कि सस्ता एवं सुलभ न्याय दिलाने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैच की स्थापना जरूरी है। इस दौरान जिलाधिकारी के माध्यम प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
इस अवसर पर धीरसिंघ मलिक, महेंद्र सैनी, राकेश पाल, जगत प्रसाद कौशिक, प्रदीप चौहान, अंशुल गर्ग, सन्नी सैनी, नीलमपुरी, सत्यांशु वर्मा, प्रवीण कुमार आदि अधिवक्ताओं ने धरना दिया। दूसरी ओर, कैराना और ऊन तहसील में भी अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहकर हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया।