शामली. संभल निवासी एक व्यक्ति ने शामली के व्यापारी से दो लाख रुपये का सामान खरीद लिया और इसका भुगतान नहीं किया। पीड़ित ने एसएसपी को तहरीर देकर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
स्टार लाइन फूड प्रोडक्ट के मालिक विपुल कुमार गोयल निवासी नया बाजार शामली ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि जिला संभल की एक कंपनी मोहम्मद रफी फर्म अबुजार फूड प्रोडक्ट ने उसकी कंपनी से 12 मार्च 2020 को माल खरीदा था। उस वक्त कंपनी ने कहा था कि जल्द ही पेमेंट कर दी जाएगी। आरोप है कि उसके बाद से लेकर करीब दो साल बीत गए, लेकिन आज तक उसकी रकम 195604 रुपये अदा नहीं किए। आरोप है कि उस कंपनी ने विपुल के साथ धोखाधड़ी करते हुए विपुल के नाम से एक स्टांप खरीदा और रुपये लौटाने का जाली दस्तावेज तैयार कर लिया और अब रुपये देने से मना कर रहा है। विपुल ने इस संबंध में सबूत के तौर पर आपसी बातचीत की एक सीडी भी पुलिस को दी है, जिसमें आपसी लेनदेन की बातें हो रही हैं। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
लेबर के लाखों रुपये लेकर ठेकेदार फरार
क्षेत्र के गांव मलकपुर निवासी कई मजदूरों ने कोल्हू ठेकेदार पर लाखों रुपये लेकर फरार होने का आरोप लगाया है। पीड़ितों ने थाना पुलिस और एसएसपी से कार्रवाई की मांग की है।
क्षेत्र के गांव मलकपुर निवासी अनवर, सद्दाम, कुर्बान, सलमान, मुनव्वर, वकील, बृजपाल, समेदिन, इरफान व फरमान आदि मजदूरों ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि गढ़ीपुख्ता थाना क्षेत्र के गांव भाटू निवासी महबूब और उसके पुत्र अ़फसरून ने गांव मलकपुर में कोल्हू लगाया था। पीड़ितों का आरोप है कि कोल्हू ठेकेदार महबूब व उसका पुत्र अ़फसरून भी कोल्हू पर ही कार्य करते थे। आरोप है कि महबूब ने उन्हें झांसे में लेकर उनसे एक लाख रुपये उधार ले लिए और कोल्हू पर उनसे लगातार मजदूरी करवाता रहा। आरोप है कि जब ठेकेदार पर लेबर के दो लाख सतासी ह•ार रुपये मजदूरी के हो गए तो ठेकेदार अपने पुत्र के साथ कोल्हू को बंद कर रात्रि में फरार हो गया। मामले को लेकर पीड़ित मजदूर कई बार ठेकेदार के घर पर भी गए, लेकिन आरोपित ठेकेदार उन्हें टरकाता रहा। आरोप है कि ठेकेदार ने मजदूरों के खिलाफ ही गढ़ीपुख्ता और थानाभवन थाना पर तहरीर देकर झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश रच डाली। पीड़ित मजदूरों ने कांधला थाना सहित एसएसपी शामली सुकीर्ति माधव को शिकायती पत्र देकर आरोपित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई तथा अपने रुपये दिलाए जाने की मांग की है।