शामली। जिले में पिछले एक महीने से अधिक समय से किसानों का आए दिन विभिन्न मांगों को लेकर अलग-अलग जगहों पर धरना प्रदर्शन चल रहा था। बुटराडा में पिछले एक महीने से दिल्ली-देहरादून इकोनामिक कॉरिडोर भूमि अधिग्रहण के मामले में मुआवजे को लेकर धरने पर बैठे थे और कलेक्ट्रेट में भाकियू का बकाया गन्ना भुगतान को लेकर नौवें दिन अनिश्चितकालीन धरना जारी था।
इस बीच भाकियू ने चक्का जाम शुरू कर दिया लेकिन डीएम जसजीत कौर एवं एडीएम संतोष कुमार सिंह की सुझबूझ के चलते जिलेभर में चल रहे किसानों का धरना प्रदर्शन व चक्का जाम समाप्त हो गया। प्रशासनिक अफसरों के सख्त रवैये के चलते शामली, ऊन और थानाभवन मिल अफसरों के अलावा विद्युत विभाग और एनएचएआई के अफसरों को किसानों की मांगें पूरी करनी पड़ी। मिल प्रबंधन जहां आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए बकाया गन्ना भुगतान को लेकर आनाकानी कर रहे थे वहीं भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व एडीएम संतोष कुमार सिंह के सख्त रवैये के चलते मिल प्रबंधनों को 140 करोड़ रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है। शेष धनराशि 30 अक्तूबर तक देने की भी हामी भरी है। एनएचएआई के अफसरों ने किसानों के नलकूपों का भुगतान, खेतों में कट देने की बात कही है। जबकि विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता रामकुमार ने बकाया गन्ना भुगतान होने पर विद्युत बकाया के मामले में छापेमारी पर रोक लगा दी है। उधर किसान संगठन ने भी जिला प्रशासन की सहभागिता की प्रशंसा की है। वार्ता में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, गठवाला खाप के थांबेदार बाबा श्याम सिंह, , बतीसा खाप चौधरी प्रतिनिधि बाबा सौकेन्द्र , भाकियू नेता ओमपाल सिंह, भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान, नगराध्यक्ष योगेन्द्र पंवार, गुड्डू बनत आदि शामिल रहे।