शामली। स्वाद एवं सुगंध के लिए प्रसिद्ध जिले में तैयार बासमती चावल और प्राकृतिक रूप से तैयार गुड़ को जल्द ही विदेशों में पहचान मिलेगी। विदेशी भी यहां के गुड और बासमती चावल का स्वाद चख चकेंगे। कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार विभाग के प्रयास से शामली के एफपीओ को विदेशों में गुड, चावल निर्यात की अनुमति मिल गई है। जल्द ही कतर, सऊदी अरब, बहरीन, ओमान में गुड़ और बासमती चावल भेजा जाएगा। जल्द ही दोनों को निर्यात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

शामली के कांधला में बासमती धान 1121, सुगंधा, पीडी 1,1509 किस्म 54 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में उगाई जाती है। हालांकि जिले में अन्य स्थानों पर भी बासमती चावल उगाया जा रहा है। ऑर्गेनिक तरीके से फसल उगाकर बीज को भी विभिन्न स्थानों पर सप्लाई किया जाता है। इसके लिए कृषि विभाग ने एफपीओ को जिम्मेदारी सौंपी है।

कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार विभाग के ज्येष्ठ विपणन निरीक्षक प्रदीप कुमार सैनी ने बताया कि पिछले साल जिले में तैयार बासमती चावल को एक कंपनी से एमओयू कर दुबई भेजा गया था। इस बार यहां पर तैयार बासमती चावल और प्राकृतिक रूप से तैयार गुड़ को कतर, सऊदी अरब, बहरीन, ओमान में निर्यात की अनुमति मिल गई है।

इसके लिए पिछले दिनों ओमान के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी कांधला में एफपीओ का दौरा किया था और धान की फसल और गुड़ के बारे में जानकारी हासिल की थी। बताया कि फसल और गुड़ तैयार होते ही निर्यात का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। इससे किसानों की जहां आमदनी बढ़ सकेगी। वहीं किसान विदेशों में निर्यात के कारण अन्य किसानों को रोजगार भी दे सकेंगे। किसान सुभाष का कहना है कि इस बार प्रयास रहेगा कि अधिक क्षेत्रफल में बासमती चावल को उगाया जाएगा। अन्य किसानों को भी निशुल्क बासमती चावल उगाने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही। संवाद

जिला कृषि अधिकारी प्रदीप कुमार यादव और एफपीओ डायरेक्टर सुभाष कुमार ने बताया कि आगामी 25 से लेकर 29 सितंबर तक नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो आयोजित किया जाएगा। जिसमें पहली बार शामली में तैयार गुड़ और बासमती चावल की भी स्टॉल लगाई जाएगी। किसानों को इसके लिए निमंत्रण मिल चुका है।

शामली में उगाई जाने वाली बासमती धान की 1121, सुगंधा, पीडी 1,1509 किस्म देश से लेकर विदेशों तक में विशेष सुगंध और स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। जिसके कारण पिछले कुछ समय से चावल की यूरोप और खाड़ी देशों में अधिक मांग है। बासमती धान उगाने के लिए भी जिले में किसान आगे आ रहे हैं। इसके लिए संभल की एक कंपनी से भी एमओयू साइन किया गया है। जिसके माध्यम से देशभर के विभिन्न स्थानों पर चावल को सप्लाई किया जा रहा है।
किसानों को फसल के साथ-साथ प्रोडेक्ट की मार्केटिंग के लिए उत्पात बेचने का भी प्रयास करना चाहिए। इससे उनकी आमदनी दोगुनी होगी। इस बार पहली बार कतर, सऊदी अरब, बहरीन, ओमान में भी जिले में तैयार गुड़ और बासमती चावल को भेजा जाएगा,जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।