शामली। उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति-2019 के तहत जनपद स्तरीय कलस्टर सुविधा इकाई की बैठक में सीडीओ शंभूनाथ तिवारी ने बैठक में अफसरों की गैरहाजिरी पर नाराजगी जताई। बैठक से नदारद अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के निर्देश दिए। वहीं, कृषि नीति-2019 का उद्देश्य बताते हुए जनपद से कृषि निर्यात बढ़ाने के अधिकारियों को हिदायत दी।

कलक्ट्रेट सभागार में बुधवार को उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात नीति-2019 के तहत जिला स्तरीय कलस्टर सुविधा इकाई की बैठक हुई। इसमें सीडीओ शंभूनाथ तिवारी ने हिस्सा न लेने वाले अधिकारियों पर नाराजगी प्रकट की। अनुपस्थित सभी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि नीति-2019 का उद्देश्य बताते हुए जिले से कृषि निर्यात बढ़ाने के बारे में अधिकारियों को हिदायत दी।

जिला कृषि अधिकारी डॉ. हरिशंकर सिंह ने कृषि निर्यात नीति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिला उद्यान अधिकारी डॉ. हरित कुमार ने बताया कि जिले में थानाभवन ब्लॉक में सब्जियों का बड़ी संख्या में उत्पादन किया जाता है। जिनके आसानी से क्लस्टर बनाकर निर्यात किया जा सकता है। कांधला ब्लॉक के टील फार्मर प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड के निदेशक सुभाष चंद ने मत्स्य उत्पादन में मिलने वाले अनुदान व समस्याओं के बारे में अवगत कराया।

कृषि विपणन निरीक्षक प्रदीप कुमार ने कृषि निर्यात पर मिलने वाले अनुदान के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर प्रगतिशील कृषक जनक सैनी ने जैविक खेती के बारे में बताया। इस अवसर पर बैठक में मंडी सचिव अरुण कुमार, कृषि विपणन निरीक्षक प्रदीप कुमार व अन्य अधिकारियों व कृषक उत्पादक संगठनों ने हिस्सा लिया।