
मुजफ्फरनगर। जिले में इंडियन पल्प एंड पेपर टेक्निकल एसोसिएशन (आईपीपीटीए) के दो दिवसीय सेमिनार में शामिल होने के लिए पूरे देश से पेपर मिल मालिक ओर दुनिया भर से वैज्ञानिक ओर टेक्नीशियन पहुंचे।
इंडियन पल्प एंड पेपर टेक्निकल एसोसिएशन (आईपीपीटीए) के सेमिनार के पहले दिन उद्यमियों ने उद्योग के सामने समस्या और समाधान को लेकर मंथन किया। कागज की गुणवत्ता और बाजार की संभावनाओं पर विचार रखे गए। वक्ताओं ने कहा कि तकनीक का ही कमाल है कि हम वेस्ट मेटिरियल से अच्छे कागज का उत्पादन कर रहे हैं।
मेरठ रोड स्थित रिसोर्ट में पुनर्प्राप्त कागज के कुशल संग्रह और पुनर्प्राप्ति से बेहतर उपज और गुणवत्ता विषय पर जोनल सेमिनार में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा उत्तराखंड से भी उद्यमी शामिल हुए। शुभारंभ शामली के पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल और अन्य अतिथियों ने किया।
वक्ताओं ने पेपर में नई तकनीक के प्रयोग पर जोर दिया। इस अवसर पर पूर्व पालिकाध्यक्ष पंकज अग्रवाल, अमित गर्ग, अक्षर जैन, शिशिर सिंघल, राकेश बिंदल, भारत अग्रवाल मौजूद रहे।
इंडियन पल्प एंड पेपर टेक्निकल एसोसिएशन (आईपीपीटीए) ने आईआईटी रुड़की के सहारनपुर कैंपस के सेवानिवृत्त पेपर टेक्नोलॉजिस्ट सीएम एंडले को उनके योगदान पर सम्मानित किया गया। उद्यमियों ने कहा कि पेपर उद्योग को बढ़ाने और नई तकनीक में एंडले का सराहनीय योगदान है।
पेपर उद्योग के गणेश बाड़ती, कुआंटम पेपर्स लिमिटेड के पवन खेतान, मारुति पेपर्स लिमिटेड के राजेश्वर बंसल, बिंदलास डुप्लेक्स लिमिटेड के पंकज अग्रवाल, आईपीपीटीए के महासचिव एमके गोयल ने कागज उद्योग में सीएम एंडले की सेवाओं की सराहना की।
वक्ता श्रीकृष्णन ने कहा कि पेपर उद्योग को लेकर भ्रांतियां हैं। यह उद्योग कभी प्रदूषण नहीं फैलाता। अधिकतर पेपर रिसाइकिल हो जाता है। यही नहीं मानकों को पूरा करने के लिए यंत्र लगाए गए हैं। उद्यमियों ने पूरी व्यवस्था पारदर्शी की है।
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