कैराना (शामली)। नकली नोटों के सप्लायर कैराना निवासी शाहिद के फरार चलने पर मेरठ एसएसपी ने शाहिद की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है। एक दिन पहले शाहिद की गिरफ्तारी के लिए मेरठ के थाना दिल्ली गेट की पुलिस ने क्षेत्र में ताबड़तोड़ दबिश दी थी, लेकिन शाहिद हाथ नहीं लग सका था।
चार दिन पहले मेरठ के घंटाघर क्षेत्र में 2-2 हजार के नकली नोटों के साथ आफताब निवासी अहमदनगर लिसाड़ी गेट पकड़ा गया था। आफताब का भाई व पिता नेपाल ट्रक लेकर जाते थे और पूछताछ में पाकिस्तान का कनेक्शन भी सामने आया था। कई एजेंसियों ने की पूछताछ के बाद पता चला था कि आफताब को नकली नोट कैराना निवासी असगर के पुत्र व आफताब के जीजा शाहिद निवासी जामा मस्जिद में दिए थे। जिसके बाद सोमवार रात मेरठ के थाना दिल्ली गेट पुलिस ने शाहिद की गिरफ्तारी के लिए कैराना में डेरा डाल दिया था।
मंगलवार को पूरे दिन मेरठ पुलिस ने शाहिद की गिरफ्तार के लिए क्षेत्र में दबिश दी थी, लेकिन शाहिद का पता नहीं चल सका। वहीं आफताब के अनुसार उसे नकली नोट कैराना निवासी शाहिद ने दिए थे। मेरठ पुलिस शाहिद की गिरफ्तारी के बाद ही पता लगा सकेगी कि नोट कैराना में ही बनाए जाते थे या किसी दूसरे स्थान पर नकली नोट बनाने का काम किया जाता था। नकली नोट बनाने में कहीं पाकिस्तान का हाथ तो नहीं है पुलिस इसकी भी जांच करेगी।
मेरठ के थाना दिल्ली गेट के कोतवाली प्रभारी ऋषिपाल सिंह ने फोन पर बताया कि शाहिद की गिरफ्तारी के लिए कैराना के अलावा दिल्ली व उत्तराखंड में दबिश दी जा रही है। शाहिद नकली नोट खुद बनाता था या इसमें कोई ओर भी शामिल है इसका पता भी लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
नकली नोटों के सप्लायर में कैराना निवासी असगर के पुत्र शाहिद का नाम आने पर मेरठ पुलिस शाहिद की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश डाल रही है। शाहिद का पिता असगर भी करीब 20 साल पहले नकली करेंसी के मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद रहा था। बाद में जमानत पर बाहर आ गए थे। मेरठ के थाना दिल्ली गेट के कोतवाली प्रभारी ने बताया कि एसएसपी मेरठ ने कैराना निवासी शाहिद की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है।