शामली, जलालाबाद। जिन उपभोक्ताओं के रसोई गैस कनेक्शन पांच साल या इससे अधिक पुराने हो चुके हैं, अब गैस एजेंसियां उनके चूल्हे की रबर ट्यूब बदलेगी। इस संबंध में तेल कंपनियों की ओर से जिले की अभी गैस एजेंसियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

जिले में इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनियों की 40 से ज्यादा गैस एजेंसी हैं। जिनसे करीब दो लाख से ज्यादा उपभोक्ता जुड़े हुए हैं। इनमें से काफी उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनके गैस कनेक्शन को पांच साल या इससे अधिक का समय हो चुका है। अब तीनों तेल कंपनियों ने अपनी सभी गैस एजेंसियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। कहा गया है कि जिन उपभोक्ताओं के कनेक्शन पांच साल या इससे अधिक पुराने हो चुके हैं। उनके सर्वे कर लिस्ट तैयार की जाए।

लिस्ट तैयार होने के बाद इन सभी उपभोक्ताओं के चूल्हे पर रबर ट्यूब बदली जाए। तेल कंपनी इन सभी चूल्हों पर कंपनियों से अधिकृत आईएसआई मार्का रबर ट्यूब लगाएगी। जिसके लिए एक उपभोक्ता से 190 रुपये चार्ज वसूला जाएगा। निर्देश जारी होने के बाद सभी गैस एजेंसियों ने पुराने कनेक्शनों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है। सूची तैयार होने के बाद गैस एजेंसी के डिलीवरी मैन उपभोक्ताओं के घर पहुंच कर रबर ट्यूब बदलने का काम करेंगे।

सभी तेल कंपनियां रसोई गैस सिलिंडर से किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर उपभोक्ता को बीमा के रूप में मुआवजा देती है। इसमें मृत्यु होने पर 15 लाख व संपत्ति का नुकसान होने पर हैसियत के हिसाब से 40 लाख रुपए तक का मुआवजा देने का प्रावधान है। इसी योजना के चलते किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचने के लिए तेल कंपनियां पुराने गैस कनेक्शनों की रबर ट्यूब बदलने का कार्य कर रहीं हैं।

तेल कंपनी की यह पुरानी योजना है। लेकिन इस बार दुर्घटना बीमा के कारण तेल कंपनियां पुराने उपभोक्ताओं की रबर ट्यूब बदलने पर अधिक जोर दे रहीं हैं। इसके लिए सभी गैस एजेंसियों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। – रतन सिंह निर्वाल, अध्यक्ष, शामली एलपीजी एसोसिएशन