शामली। बकाया वसूली में दिलचस्पी नहीं दिखाने पर शामली के विद्युत वितरण खंड प्रथम के एक्सईएन विनोद कुमार को निलंबित किया जा चुका है जबकि तृतीय के एक्सईएन शशांक को चार्जशीट किया गया है। जिले में अभी भी 2.14 लाख उपभोक्ताओं पर करीब 345 करोड़ रुपये बकाया चल रहा है। मगर विभागीय अधिकारी बकाया जमा कराने में नाकाम साबित हो रहे हैं।

जिले की यदि बात की जाए तो यहां पर करीब ढाई लाख बिजली उपभोक्ता हैं। विभागीय अधिकारियों के बार-बार अभियान चलाने, जागरूक करने के बावजूद बकाएदार रुपये जमा कराने की तरफ कतई गंभीर नहीं है। विद्युत वितरण खंड प्रथम के उपभोक्ताओं पर अभी भी 77, द्वितीय पर 59, तृतीय पर 72 करोड़ और चतुर्थ पर 136 करोड़ रुपये बकाया चल रहा है। एक्सईएन पर बकाया वसूली में दिलचस्पी नहीं लेने और लापरवाही बरतने के कारण ही गाज गिरी है।

अधीक्षण अभियंता राजेश तोमर का कहना है कि बकाएदारों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत अभी तक 500 से अधिक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है। फिर से अभियान चलाया जाएगा। उपभोक्ताओं से अपील है कि वह जल्द से जल्द बकाया जमा करा दें।

विद्युत विभाग अधिकारियों ने अधिक बिजली चोरी करने वाले गांवों को चिह्नित कर रखा है, फिर भी बिजली चोरी रोक नहीं पा रहे हैं। हर माह जिले को 55 करोड़ रुपये निगम के खाते में जमा करने होते हैं, लेकिन इनमें से करीब 10 करोड़ रुपये की बिजली चोरी हो जाती है। आए दिन बिजली चोरी के मामले बढ़ रहे हैं। अधीक्षण अभियंता ने एक्सईएन से लेकर एसडीओ को भी बिजली चोरी रोकने और बकाया वसूली के लिए कई बार नोटिस जारी किए, मगर अधिकारी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। अधीक्षण अभियंता का कहना है कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

विद्युत विभाग में कई विभीषण हैं। टीम जब चेकिंग करने जाती है तो उनकी सूचना ग्रामीणों को दे दी जाती है। लेकिन अधिकारी अपने विभाग में छिपे विभीषणों को नहीं पहचान पा रहे हैं। जिनके कारण विभाग को हर माह राजस्व का नुकसान हो रहा है।