शामली। मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण की प्रस्तावित शामली महायोजना 2031 के लिए आपत्ति और सुझाव दर्ज कराने के दो दिन और बचे हैं। प्राधिकरण को अभी तक दो माह में 80 से ज्यादा शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
जिले के सुनियोजित विकास के लिए मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण ने शामली महायोजना 2031 का प्लान हैदराबाद की कंपनी के माध्यम से तैयार कराया था। जिसमें करीब एक वर्ष का समय लगा।

दिसंबर माह में टाउन प्लानर की ओर से मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण को महायोजना का प्रारूप सौंप दिया गया था। सहारनपुर मंडलायुक्त डॉ. लोकेश एम. की अध्यक्षता में दिसंबर के मध्य हुई बैठक में शामली महायोजना 2031 को हरी झंडी दे गई थी। साल के प्रथम सप्ताह में शामली महायोजना 2031 का प्रकाशन कर दिया गया था। इस पर आपत्ति और सुझाव दर्ज कराने का समय सात फरवरी तक दिया गया था। बाद में इसे बढ़ाकर छह मार्च कर दिया गया।
फरवरी माह के मध्य तक महायोजना की बुकलेट प्रकाशित होकर जिला मुख्यालय नहीं आई थी। जिससे शामली जिले के आम नागरिक, किसान, उद्यमी, व्यापारियों को महायोजना की जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई। बीस फरवरी के बाद बुकलेट आने के बाद आम नागरिकों को महायोजना को समझने के लिए सिर्फ 15 दिन ही मिले।

अब आपत्ति और सुझाव दर्ज कराने के सिर्फ दो दिन शेष है। लगभग दो माह के दौरान 80 से ज्यादा शिकायतें प्राप्त हुई हैं। मुजफ्फरनगर विकास प्राधिकरण शामली कार्यालय के प्रभारी और अवर अभियंता राजीव त्यागी ने बताया कि शामली महायोजना 2031 की आपत्ति और सुझाव का समय प्राधिकरण की ओर से बढ़ाने की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।