शामली: सपा सुप्रीमो ने संभल हिंसा के पीड़ितों से मिलने के लिए डेलीगेशन बनाया था, जिसमें सांसद इकरा हसन को भी पहुंचना था, लेकिन संभल जाते समय हापुड़ के पिलखुवा टोल प्लाजा पर उन्हें रोक लिया गया।

संभल हिंसा के पीड़ितों से मिलने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा सांसदो, विधायकों व पदाधिकारियों का एक डेलीगेशन बनाया था। जिनको संभल में पीड़ितों से मुलाकात कर वहां हुई हिंसा की रिपोर्ट बनानी थी।

शनिवार को सपा सांसद इकरा हसन को हापुड़ पुलिस ने संभल जाने से रोक दिया तथा उन्हें पिलखुवा टोल प्लाजा से ही वापस भेज दिया। जिस पर सपा सांसद ने कहा कि बीजेपी सरकार लोकतंत्र व संविधान की हत्या कर रही है। उन्हें संभल में जाने से रोका गया है।

शनिवार को सपा के डेलीगेशन में शामिल कैराना लोकसभा की सांसद इकरा हसन दिल्ली से संभल में हुई हिंसा के पीडितो से मिलने के लिए जा रही थी। जहां पर बीच रास्ते में हापुड़ पुलिस ने उन्हें रोक दिया तथा पिलखुवा टोल प्लाजा से आगे उन्हें जाने नही दिया गया।

सांसद इकरा हसन ने कहा कि संभल में हुई हिंसा के बाद वहां पर पीड़ितों से मिलने के लिए उन्हें जाना था, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया है। हिंसा पीड़ितों से मिलने का सभी को हक है। हम चाहते है कि संभल में जाकर पीड़ितों से मुलाकात करें और उनका दुख दर्द बांटे और घटना की पूरी जानकारी ली जाए।

सपा सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र व संविधान की हत्या कर रही है और संभल की नाकामी छिपाने के लिए पुलिस बल को आगे कर रही है