शामली। इस साल फरवरी में लखनऊ में होने वाली इन्वेस्टर समिट में जिले के उद्यमियों की ओर से 700 करोड़ रुपये के निवेश करने का आश्वासन प्रशासन को दिया है। इस मौके पर जिले के उद्यमियों ने एडीएम संतोष कुमार सिंह के समक्ष जिले को एनसीआर क्षेत्र से बाहर करने की मांग उठाई।
मंगलवार को कैराना रोड पर उद्यमी आलोक जैन, आशीष जैन के कंडेला औद्योगिक प्रतिष्ठान में एडीएम संतोष कुमार सिंह की अध्यक्षता में जिले के उद्यमियों की बैठक हुई। उन्होंने नई औद्योगिक एवं निवेश नीति 2022 पर चर्चा की। उद्यमियों निवेशकों के साथ संवाद स्थापित करके लक्ष्य को बढ़ाने पर जोर दिया गया। एडीएम ने फरवरी में लखनऊ में होने वाली इन्वेस्टर मीट को लेकर जिले के उद्यमियों से विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 फरवरी में होगी। जिले के उद्यमियों को निवेश के लिए शासन से 500 करोड़ रुपये का लक्ष्य मिला है। शासन की ओर जिले उद्यमियों को मिले लक्ष्य से अधिक निवेश को पूरा करना होगा।

एडीएम ने तकनीकी उन्नयन निर्यात प्रोत्साहन नीति पर चर्चा करते हुए खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी, मत्सय, हैंडलूम आदि को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया। ऑनलाइन इंसेटिव मैनेजमेंट सिस्टम निवेश सारथी, निवेश मित्र आदि पोर्टल की जानकारी उद्यमियों और निवेशकों को दी। निर्यात संबंधी उद्यम को बढ़ावा देने को कहा। उन्होंने कहा कि निवेश के लिए अगले सप्ताह बैठक लेकर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 की समीक्षा की जाएगी।

इस मौके पर जिले के आईआईए के चेयरमैन अनुज गर्ग, साईमा के चेयरमैन अंकित गोयल, आईआईए के संरक्षक अशोक बंसल, प्रसिद्ध उद्यमी आलोक जैन, आशीष जैन आदि कहा कि एनसीआर क्षेत्र में शामिल जिलों में बॉयलर पीएनजी से लागू होने पर सस्ता और एनसीआर क्षेत्र के बाहर जिलों में उत्पाद महंगा होने उद्यमियों को परेशानी होगी। इसीलिए शामली जिले को एनसीआर क्षेत्र से बाहर किया जाए। इस सबंध में सभी उद्यमियों ने कहा कि जिला प्रशासन को शामली जिले को एनसीआर से बाहर किए जाने की अपनी संस्तुति शासन स्तर को भेजनी होगी। जिले के उद्यमियों ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के लिए 700 करोड़ का निवेश करने का आश्वासन दिया।