शामली:  जनपद के महिला थाने पर हर महीने पारिवारिक विवाद के 100 से 110 शिकायतें पहुंच रहीं हैं। छोटी-छोटी बातों को लेकर पति-पत्नी के बीच तकरार को लेकर उनके अलग होने की नौबत आ जाती है। अधिकतर मामलों में दहेज को लेकर महिला से मारपीट करने शिकायतें होती है।

मारपीट के दौरान गर्भपात होने की शिकायतें मिलती हैं। महीने में चार-पांच मामले ऐसे भी आते हैं, जो शादी होने से पहले ही रिश्ते टूट रहे हैं। इसमें किसी मामले में चरित्र को लेकर तो किसी में दहेज मांगने का शक इसकी वजह बन रही है। पहली पत्नी के बच्चे न होने पर दूसरी शादी करने के दो-तीन मामले हर माह सामने आ रहे हैं।

विघटन के कगार पर पहुंचने वाले दंपतियों व उनके परिवारों की महिला थाने पर काउंसिलिंग की जाती है। महिला थाना पुलिस का दावा है कि काउंसिलिंग के बाद लगभग आधे मामलों में समझौता होने पर उनका घर फिर से बस जाता है। कई बार काउंसिलिंग होने के बाद भी जिन मामलों में समझौता नहीं हो पाता, उन मामलों में रिपोर्ट दर्ज की जाती है। हर महीने महिला थाने पर औसतन पांच मामले दर्ज हो रहे हैं।

केस एक :शामली निवासी युवती का रिश्ता गाजियाबाद में तय हुआ था। शादी की तारीख तय हो गई थी और सगाई भी हो चुकी थी, लेकिन दोनों पक्षों के बीच बात बिगड़ गई। युवती पक्ष ने युवक पक्ष पर दहेज के कारण शादी न करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की।

दोनों परिवारों के बीच सुलह कराने की कोशिश हुई, लेकिन दोनों के बीच बात नहीं बन सकी। काउंसिलिंग के दौरान इसकी मूल वजह युवक व युवती के बीच बातचीत के दौरान युवती को युवक के चरित्र पर संदेह होना सामने आया था।

केस दो: शामली निवासी एक महिला ने थाने पर प्रार्थना पत्र दिया कि शादी के बाद उसके कोई बच्चा नहीं हुआ। उसके पति ने उसे बिना बताए दूसरी शादी कर ली। अब वह कहां जाए।

केस तीन: शामली निवासी एक व्यक्ति ने बृहस्पतिवार को महिला थाने पर शिकायत की कि उसकी मां के साथ पत्नी अभद्र व्यवहार करती है। समझाने पर भी नहीं मानी। इस विवाद के चलते वह अपने मायके चली गई थी। अब वह फिर से आ गई है, वह उसे अब रखना नहीं चाहता। पुलिस ने दोनों पक्षों को वार्ता के लिए थाने पर आने के लिए कहा।