शामली चीनी मिल में जब से गन्ने का आवन जावन शुरू हुआ हे जब से सभी जिलों में जाम की समस्या बड़ी हुई हे इसी बिच आज शामली जनपद में भी कुछ ऐसा ही जाम का नज़ारा देखने को मिला पैदल चलने वाले यात्रियों को भी बड़ी मशक्क्त करनी पड़ी तो वही एम्बुलेंस को भी काफी समय जाम से जूझना पड़ा

शामली। चीनी मिल में गन्ना लेकर आ रहे किसानों के वाहनों के कारण शनिवार को पूरा दिन शहर जाम से जूझता रहा। सभी मुख्य मार्गों पर वाहनतों की कतार लग गई और घंटों तक लोग जाम में फंसे रहे। जाम के चलते गंतव्य तक पहुंचने में भी काफी देरी हुई। देर रात तक शहर की सड़कें जाम रही।

चीनी मिल पर पिछले कई दिन से बड़ी संख्या में किसान गन्ना लेकर आ रहे हैं। जिससे बार-बार जाम की स्थिति बन रही है। शनिवार को किसानों के वाहनों की संख्या बढ़ गई। जिससे सुबह से ही जाम के हालात बनने लगे। दोपहर होते-होते भीषण जाम लग गया और शहर की सड़कों पर अन्य वाहन रेंगने लगे।

दोपहिया वाहन चालकों ने छोटी गलियों से निकलने का प्रयास किया तो वहां भी ऐसे ही हालात मिले। शहर की एमएसके रोड, वीवी इंटर कॉलेज रोड, मिल रोड, हनुमान धाम रोड, कोतवाली रोड, कैराना रोड, मेरठ करनाल हाईवे, दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम खुलवानें के लिए पुलिसकर्मियों ने काफी मशक्कत की, लेकिर इसमें सफल नहीं हो पाए। देर रात तक मुख्य मार्गों पर जाम लगा रहा।

भीषण गर्मी में लगे जाम के बीच वाहन चालक पसीना-पसीना हो गए। शनिवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहा। दोपहर के समय लू भी चल रही थी। ऐसे में जाम में फंसे वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कतार में लगे वाहन चालक व्यवस्था को कोसते नजर आए।

गन्ने के वाहनों से लगने वाले जाम के चलते आम आदमी अपनी मंजिल तक पहुंचने में लेट हुए, वहीं एंबुलेंस भी जाम में फंस गई। वाहनों की कतार इतनी लंबी थी कि एंबुलेंस को निकलने के लिए काफी देर तक जगह नहीं मिली। कड़ी मशक्कत के बाद एंबुलेंस को जाम से निकाला गया।

जाम के कारण व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। व्यापारी दीपक, सुनील, रविंद्र ने बताया कि भीषण जाम को देखते हुए पिछले कई दिन से ग्राहक खरीदारी करने आने से भी बच रहे हैं। जिसके चलते उन्हें नुकसान हो रहा है। मिल बंद होने के बाद ही समस्या से निजात मिलनी संभव है।

अपर दोआब चीनी मिल के महाप्रबंधक प्रशासन कुलदीप पिलानिया ने बताया कि पेराई सत्र रविवार आधी रात को समाप्त हो जाएगा। ऐसे में मिल प्रबंधन ने सूचना जारी कर दी कि यदि किसी किसान के खेत में गन्ना बचा है तो वह बिना पर्ची लेकर आ सकता है। मिल गेट पर ही पर्ची उपलब्ध करा देगी। जिसकी वजह से गन्ना लेकर आने वाले किसानों की संख्या बढ़ गई। जिसकी वजह से शहर के लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ा।